त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी काफी तेज हो गई है। बरकट्ठा प्रखंड के 17 पंचायत में आगामी चुनाव में उम्मीदवारों द्वारा चुनावी चर्चा की शुरूआत हैं।
बरकट्ठा संवाददाता। बरकट्ठा प्रखंड क्षेत्र के शिलाड़ीह पंचायत के भावी मुखिया प्रत्याशी हसमत अली लगातार जनसंपर्क अभियान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने मौका दिया तो उसका अधिकार दिलाने का काम करूंगा । शिलाड़ीह पंचायत अंतर्गत जंबुआ, लगनवां , बनवारी, चामूदोहर, तुर्कडीहा, बाजूकोला, आदि ग्राम आते हैं।
इस पंचायत में घनी आबादी है। और कुल लगभग 5000 मतदाता से अधिक हैं। वहीं मुखिया प्रत्याशी हसमत अली ने कहा कि आज तक शिलाड़ीह पंचायत के जनप्रतिनिधि को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है।लेकिन फिर भी शिलाड़ीह पंचायत निवासी आज भी मूलभूत विकास से वंचित रह गए हैं ।
इसका मूल कारण प्रतिनिधि केवल अपना विकास करने में लगे रह गए हैं, और अपने परिवार तक ही सीमित रह गए हैं जिसका खामियाजा इस पंचायत निवासी को झेलना पड़ रहा है आज अगर हम बात करें शिलाड़ीह पंचायत का तो पूरे बरकट्ठा प्रखंड में इस पंचायत का विकास का दर सबसे कम है ।यहां किसी भी क्षेत्र में जनहित के लिए काम नहीं किया गया है जैसे शिक्षा, रोड, नाली, पानी इत्यादि।
प्रधानमंत्री आवास शौचालय निर्माण आदि में भी काफी भ्रष्टाचार हुआ है। अगर जनता इस बार मुझे सेवा करने का अवसर देता है तो मैं शिलाडीह पंचायत को एक आदर्श पंचायत के रूप में विकसित करने का काम करूंगा। जनहित से जुड़े सभी मामले को जैसे बिरधा पेंशन हो विधवा पेंशन हो प्रधानमंत्री आवास हो, राशन कार्ड हो ,आयुष्मान कार्ड हो, अधिकारियों को पंचायत स्तर से ही समाधान करने का प्रयास करूंगा।
अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक मूलभूत सुविधाओं कैसे पहुंचे इसके लिए सतत प्रयत्नशील रहूंगा। इस पंचायत का एक भी जनता को प्रखंड मुख्यालय का चक्कर नहीं लगाने दूंगा। साथ ही प्रत्येक गरीब परिवार तक सरकारी लाभ पहुंचाने का काम करूंगा। पंचायत में सड़क शिक्षा स्वास्थ्य स्वच्छ पेयजल आपूर्ति घर-घर तक पहुंचाने का काम करूंगा।
वही बताते चलें कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मी काफी तेज हो गई है बरकट्ठा प्रखंड के 17 पंचायत में आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उम्मीदवारों द्वारा चाय होठों पर पहुंचकर चुनावी चर्चा की शुरूआत करते नजर आ रहे हैं। सुबह से जमावड़ा कर दावेदारों द्वारा चर्चा पर चर्चा किया जा रहा है ।
इस दौरान वर्तमान पंचायत प्रतिनिधि भी अपने 5 साल के कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों का ढिंढोरा पीट रहे हैं और पुनः वापसी के लिए एड़ी चोटी एक कर रहे हैं। वही प्रतिनिधियों द्वारा भी वर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों के नाकामियों को उजागर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। विदित हो कि अनारक्षित सीट पर कई पुरुष अपनी दावेदारी कर रहे हैं वहीं महिला आरक्षित सीट पर उनके समर्थकों द्वारा चर्चा पर चर्चा हो रही है।