रांची। झारखंड राज्य किसान सभा (एआईकेएस) और सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) ने 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। इसे लेकर गुरुवार को एआईकेएस और सीटू की ओर से संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी गई।
मौके पर एआईकेएस के महासचिव सुरजीत सिन्हा और सीटू के महासचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि किसान विरोधी तीन कानून, बिजली संशोधन विधेयक, देश को गिरवी रखने वाली राष्ट्रीय मौद्रिककरण पाइपलाइन परियोजना और जानलेवा महंगाई के खिलाफ 27 सितंबर के भारत बंद की संयुक्त तैयारी जारी है। उन्होंने कहा कि झारखंड में बंद व्यापक स्तर पर होगा। बंद की तैयारी के लिए 20 हजार पोस्टर, दो लाख पंपलेट और जिलों में से संयुक्त रुप से हजारों बैनर तथा फ्लेक्स बनाए गए हैं।
सोशल मीडिया पर भी किसानों मजदूरों की मांगों से संबंधित डिजिटल पोस्टर जारी किया गया है। इसके अलावा 20 सितंबर से राज्य के सभी जिलों के ग्रामीण इलाकों के 1000 पंचायतों में और शहरी क्षेत्रों के 500 स्थानों पर नुक्कड़ सभाएं की जाएंगी तथा बंद की पूर्व संध्या पर पंचायत स्तर तक मशाल जुलूस निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले 10 माह से देश के किसान कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन चला रहे हैं। मौके पर सुफल महतो , प्रफुल्ल लिंडा,डीडी रामानंदन मौजूद थे।