भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी को केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में शामिल कर लिया गया है। उन्होंने मंगलवार को राज्यमंत्री पद की शपथ ली।
बताया जाता है कि अन्नपूर्णा देवी को यादव कोटे से मंत्री बनाया गया है। उन्हें बिहार में जदयू और भाजपा की आपसी खींचतान से उत्पन्न स्थिति का लाभ मिल गया है। संगठन की सोच है कि उन्हें मंत्री बनाने से यादव कोटे के साथ-साथ झारखंड, बिहार और महिला कोटे को भी संतुष्ट किया जा सकता है। पिछले संसदीय चुनाव में राजद प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ कर भाजपा में शामिल हुईं अन्नपूर्णा देवी चुनाव जीतने के बाद पहले प्रदेश उपाध्यक्ष बनीं। इसके बाद उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और हरियाणा का सह प्रभारी भी बनाया गया।
कोडरमा संसदीय सीट से एनडीए प्रत्याशी सह भाजपा नेता अन्नपूर्णा देवी ने महागठबंधन प्रत्याशी सह झाविमो नेता बाबूलाल मरांडी को हरा दिया था। बाबूलाल मरांडी झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं। कोडरमा से निवर्तमान सांसद रवींद्र राय का टिकट काटकर भाजपा ने अन्नपूर्णा देवी पर भरोसा जताया था और उन्हें यहां से अपना उम्मीदवार बनाया था।
पति की मौत के बाद आई राजनीति में
अन्नपूर्णा देवी ने वर्ष 1998 में अपने पति एकीकृत बिहार में राबड़ी देवी की सरकार में मंत्री रहे रमेश प्रसाद यादव की मौत के बाद राजनीति में प्रवेश किया था। 1998 में वह विधानसभा का पहला उपचुनाव लड़ी थी। झारखंड में साल 2000, 2005 और 2009 के विधानसभा चुनाव में अन्नपूर्णा ने जीत दर्ज की। झारखंड में साल 2013 में बनी हेमंत सोरेन की सरकार में अन्नपूर्णा देवी को मंत्री बनाया गया था। साल 2014 में उन्हें कोडरमा विधानसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा था। अन्नपूर्णा देवी को भाजपा नेता नीरा यादव ने हराया था।
छह विधानसभा वाली लोकसभा सीट में चार पर भाजपा का कब्जा
कोडरमा लोकसभा में छह विधानसभा क्षेत्र कोडरमा, बरकट्‌ठा, धनवार, बगोदर, जमुआ और गांडेय आते हैं। इसमें कोडरमा में भाजपा, बरकट्‌ठा में झामुमो, धनवार में सीपीआईएम, बगोदर में भाजपा, जमुआ में भाजपा और गांडेय में भाजपा के विधायक हैं।

गौरतलब है कि अन्नपूर्णा कभी लालू परिवार की बेहद निकट मानी जाती थीं। मार्च 2019 में उन्होंने राजद को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था।
अन्नपूर्णा का परिवार कर्पूरी ठाकुर, जयप्रकाश नारायण और लोहिया के समाजवादी विचारों का वाहक रहा है। भाजपा में जब वह शामिल हुई थीं, तो कहा गया था कि उन्हें भगवा रंग बहुत दिनों तक रास नहीं आएगा। लेकिन राजनीति में सब संभव है। वह राजद की झारखंड प्रदेश अध्यक्ष भी रहीं। राज्य सरकार में मंत्री भी बनीं।
दुमका के अजमेरी गांव में जन्म
अन्नपूर्णा देवी का जन्म दुमका जिले के अजमेरी गांव में एक कृषक परिवार में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा गांव के पास के स्कूाल में हुई। अविभाजित बिहार के कद्दावर राजद नेता और पूर्व मंत्री रमेश प्रसाद यादव से शादी 1993 में हुई। इनके तीन बच्चे हैं।

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