घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, ग्रामीणों ने युवक संजू प्रधान उर्फ भौवा पर खूंटकटी कानून के उल्लंघन का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि युवक पेड़ों को काटकर बेचता था, जिससे इस कानून का उल्लंघन हो रहा था। मृतक के परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ग्रामीणों ने युवक को घर से बाहर निकाला और उसकी पिटाई की। इसके बाद उसे जिंदा जला दिया गया।
मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
घटना की जानकारी मिलने पर काफी संख्या में पुलिस के जवान घटनास्थल पर तैनात हैं। मामले की छानबीन की जा रही है। घटना से मृतक के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं इस घटना के प्रतिशोध में कोई और बड़ी घटना ना हो जाए, इसे लेकर इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गयी है।
मॉब लिंचिंग पर अंकुश को लेकर राज्य में पारित हो चुका है विधेयक
गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा में पिछले शीतकालीन सत्र में ही मॉब लिंचिंग पर अंकुश को लेकर विधेयक पारित हुआ है, जिसके तहत इस तरह की घटना में दोषियों को आजीवन कारावास और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।