गिरिडीह। गिरिडीह व धनबाद के आठ बड़े नक्सली कांडों में फरार भाकपा माओवादी तूफान मांझी (45) को गिरिडीह पुलिस ने गिरफ्तार किया है। तूफान को पुलिस ने रविवार देर रात गुप्त सूचना के आधार पर गिरिडीह-डुमरी रोड के मांझीडीह गांव के समीप एक दुकान से गिरफ्तार किया है। हालांकि गिरफ्तार माओवादी के पास से पुलिस को कोई हथियार तो नहीं मिला। लेकिन तूफान मांझी के खिलाफ गिरिडीह के पीरटांड और धनबाद के तोपचांची थाना में करीब आठ नक्सली केस दर्ज हैं। करीब डेढ़ दशक से तूफान मांझी पुलिस के गिरफ्त से बचता रहा था। इसकी वजह इस माओवादी के आधा दर्जन नाम होने के रुप में सामने आया है। आधा दर्जन नाम के कारण ही माओवादी तूफान कई बार पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल हो चुका था।
जानकारी के अनुसार तूफान मांझी के आधा दर्जन नामों में तूफान, किशोर चंद किस्कू उर्फ राजकुमार किस्कू, अनिल किस्कू उर्फ किशोर और बाबूलाल किस्कू बताया जा रहा है। लिहाजा, रविवार की देर रात जब डुमरी एसडीपीओ नीरज सिंह को गुप्त सूचना मिली, तो इसके बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में 21 पुलिस पदाधिकारी व जवानों के नेत्तृव में टीम का गठन कर मांझीडीह गांव के दुकान में छापेमारी कर दबोचा गया। पुलिस के अनुसार तूफान मांझी उर्फ तूफान पीरटांड के हार्डकोर माओवादी पतिराम मांझी के दस्ते से जुड़ा हुआ था। इसके बाद पतिराम मांझी के दस्ते को छोड़ चुका था। वैसे पतिराम मांझी के दस्ते से अलग होने के बाद तूफान दुबारा किस हार्डकोर माओवादी के संपर्क में आया। यह स्पस्ट नहीं हो पाया। लिहाजा, पुलिस इस माओवादी को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेंगी।
एसपी अमित रेणु और पीरटांड थाना प्रभारी अशोक प्रसाद ने सोमवार को प्रेसवार्ता कर बताया कि तूफान के खिलाफ आठ नक्सली कांडो में साल 2010 में पीरटांड थाना क्षेत्र में सिक्यूरिटी वाहन को लैंडमांइड से उड़ाकर पांच प्राईवेट सुरक्षा कर्मियों की हत्या करने और साल 2001 में तोपचांची के जैप कैंप में हमला कर पुलिस कर्मियों की हत्या का मामला भी दर्ज है। इसके अलावे तूफान के खिलाफ पीरटांड और तोपचांची थाना में आठ नक्सली केस दर्ज है। पुलिस अब तूफान को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।

 

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