हजारीबाग| बड़कगांव के पारा शिक्षक सह उज्जवल दुनिया के युवा पत्रकार सुनील कुमार पासवान का आकस्मिक निधन कोविड-19 के कारण हो गया। दो-तीन दिनों से वह बीमार चल रहे थे। कल उनका इलाज हजारीबाग सदर हॉस्पिटल में किया गया और वह ठीक होकर वापस घर आ गए। लेकिन, आज सुबह 12:00 बजे उनका देहांत हो गया।
हजारीबाग जिला के अध्यक्ष चंदन मेहता ने कहा कि, पारा शिक्षकों की मृत्यु प्रत्येक दिन किसी ना किसी कारण से हो रही है। झारखंड के पारा शिक्षक लगातार हेमंत सरकार से यह मांग करते आ रही है कि हम सभी पारा शिक्षकों का कोविड-19 को लेकर बीमा 5000000 का किया जाए। यदि यह बीमा हो जाता तो शायद सुनील कुमार पासवान के परिवार को कुछ आर्थिक मदद मिल जाती। सुनील कुमार पासवान के आकस्मिक निधन से पत्रकारिता जगत ने एक युवा पत्रकार खो दिया है। वे अपने पीछे दो पुत्री, 1 पुत्र, पत्नी और माता पिता को छोड़कर इस दुनिया से चले गए। घर के वह इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। शांत स्वभाव , मृदुभाषी और उनमे एक आदर्श पत्रकार होने के सारे गुण प्रयाप्त थे।