रांची।  पारा शिक्षकों के स्थायीकरण को ले राज्य सरकार की ओर से तैयार की जा रही नियमावली का झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ ने स्वागत किया है। उन्होंने साथ ही उम्मीद जताई है कि नियमावली पारा शिक्षकों के हित में ही होगी।

आयोजित संघ की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में गिरिडीह के अलावा सभी जिलों से जुटे पारा शिक्षकों ने नियमावली को लेकर गहन विचार-विमर्श किया। साथ ही इसे स्वीकार करने की बात कही। यह भी कहा कि लंबे संघर्ष के बाद सरकार नियमावली बना रही है। एक-दो दिन में इसका प्रारूप संघ को उपलब्ध करा दिया जाएगा। यदि इसमें देर हो रही है तो किसी भी पारा शिक्षकों को घबराना नहीं है। नियमावली पर रोज मंत्रियों और निदेशकों से बातचीत चल रही है इसके लिए सभी को संयम रखना है।  उसमें यदि किसी बिदु पर आपत्ति होगी, तो आपत्ति जताते हुए इसे स्वीकार कर लिया जाएगा। फिलहाल नियमावली को स्वीकार कर लेना है।

प्रदेश अध्यक्ष शेख सिद्दिकी ने कहा कि हम नियमावली को सहर्ष स्वीकार करेंगे। यदि इसमें किसी तरह की त्रुटि होगी तो उसे दूर कराया जाएगा, लेकिन अभी नियमावली को स्वीकार करना पारा शिक्षकों के हित में है। हमें शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो पर पूर्ण विश्वास है कि नियमावली पारा शिक्षकों के हित में ही होगी।

उन्होंने यह भी कहा कि संघ लंबे समय से नियमावली की मांग करता रहा है। काफी आंदोलन के बाद यह मांग पूरी होने जा रही है। यह हम सभी पारा शिक्षकों की जीत है

इस दौरान पारा शिक्षकों ने समय पर मानदेय का भुगतान नहीं होना सहित अन्य समस्याओं को भी रखा। साथ ही, नियमावली के लागू होने तक सभी पारा शिक्षकों को 20 हजार रुपया मानदेय देने की मांग की।

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