श्यामदेव मेहता

इचाक। प्रखंड के आदर्श पंचायत परासी में विशेष प्रमंडल के डीएमएफटी मद से 25 लाख रुपए की लागत से पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें भारी अनियमितता बरती जा रही है! मापदंड के अनुरूप कार्य ना कराकर ठेकेदार की मनमानी और अभियंता की लापरवाही साफ तौर पर मौके पर देखी जा सकती है। ऐसे कार्य से जहां एक ओर कार्य की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है, वहीं स्वीकृत राशि का भी दुरुपयोग हो रहा है। निर्माण स्थल पर निर्माण कार्य से संबंधित कोई सूचना बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। यहां तक की श्रम नियमों का उल्लंघन भी किया जा रहा है। दरअसल पुलिया निर्माण जिस गांव में रोजगार मूलक कार्य पंचायत के अधीन होने का है उसमें स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार दिए जाने का प्रावधान है लेकिन परासी पंचायत में विशेष प्रमंडल विभाग की ओर से स्वीकृत पुलिया निर्माण कार्य में स्थानीय मजदूरों को रोजगार से वंचित रख कर बाहर के मजदूरों से काम कराया जा रहा है।

हैरान करने वाली बात है कि गार्डवाल के ढलाई में महज़ 8 एमएम का सरिया व थर्ड ग्रेड का कंक्रीट के साथ साथ मानक से कम ऊंचाई का गार्डवाल बनाया गया है, जिसमें बरसात के दिनों में गार्ड वालों के ऊपर से मिट्टी बहने के पुरे आसार हैं। बताते चलें कि मापदंड के विपरीत काम करने से भविष्य में यह पुल और गार्ड वाल की स्थिति जल्द ही जर्जर होने की अधिक संभावना है। पुलिया की गहराई और ढलाई की चौड़ाई भी अपेक्षाकृत कम रखी गई है।

इस बाबत सांसद प्रतिनिधि भागवत प्रसाद मेहता से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि विकास कार्य में अनियमितता बरतना अपराध है। बहुत मुश्किल से योजनाओं को धरातल पर लाया जाता है। ऐसी परिस्थिति में ठेकेदार और अभियंता की मनमानी क्षेत्र में नहीं चलेगी। मामले की जांच करने का आग्रह उच्च स्तर पर किया जाएगा। वहीं इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी से संपर्क साधने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।

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