सुबह शपथ ग्रहण के लिए समय मांगा और शाम को टालने का किया आग्रह
रांची। झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार एक बार फिर टाल दिया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को पूर्वाह्न 11बजे राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिलकर मंत्रिमंडल के विस्तार के लिए समय निर्धारित करने का आग्रह किया था और राजभवन द्वारा इसके लिए 24 जनवरी को अपराह्न एक बजे बिरसा मंडप में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करने की समय भी निर्धारित कर दी गयी थी, परंतु शाम साढ़े छह बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन फिर से राजभवन गये और 24 जनवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को टालने का आग्रह किया। यद्यपि मुख्यमंत्री ने अपने आग्रह में कहा कि चूंकि पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव की घटना मर्माहत करने वाली है, इसलिए मानवता के नाते शपथ ग्रहण की तारीख टाल दी जाए। उन्होंने राज्यपाल से यह भी कहा कि सात ग्रामीणों की निर्मम हत्या मन को व्यथित करता है, ऐसे हालत में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित करना उचित नहीं है।
लेकिन इधर बताया गया है कि मंत्रिमंडल विस्तार संबंधी खबरें जैसे ही आयी, सहयोगी पार्टी कांग्रेस के अंदर भूचाल आ गया। मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर कांग्रेस विधायकों में होड़ मच गयी और एक अनार सौ बीमार वाली कहावत चरितार्थ होने लगी। कांग्रेसी विधायक तीखे तेवर दिखाने लगे है। जबकि कांग्रेस के कोटे से हेमंत मंत्रिमंडल में अन्य दो विधायकों के ही शामिल किये जाने की संभावना है। कांग्रेस आलाकमान और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ हुई बातचीत में कांग्रेस कोटे से कुल चार ही मंत्री बनाये जाने पर सहमति बनी है, जिसमें से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम द्वारा विगत 29 दिसंबर को ही मुख्यमंत्री के साथ शपथ लिया जा चुका है।
इसके अलावा बताया गया है कि मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा विधायकों में भी भारी उठापटक चल रही है। यद्यपि झारखंड मुक्ति मोर्चा के छह मंत्रियों के शामिल होने की संभावना है, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पार्टी में वरीय विधायकों की तादाद ज्यादा होने के कारण सभी को एडजस्ट करने में मुश्किलें खड़ी हो रही है।