रांची. देशभर में कोरोना के दूसरे हमले से हाहाकार मचा हुआ है. इस स्थिति में ज्यादातर डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर अस्पतालों में डटे हुए हैं. लेकिन कुछ डॉक्टर्स ऐसे भी हैं, जो इस संकट की घड़ी में कर्तव्य निभाने की बजाय पीठ दिखाकर भाग खड़े हुए हैं. कोरोना मरीजों की जान बचाने के लिए रांची सदर अस्पताल में प्रतिनियुक्त किए गए कई डॉक्टर्स योगदान नहीं दे रहे. उपायुक्त की नोटिस के बावजूद डॉक्टर्स ड्यूटी जॉइन नहीं कर रहे. लिहाजा डीसी ने शुक्रवार को अहम बैठक कर ऐसे डॉक्टर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.

रांची डीसी छवि रंजन ने बैठक में सदर अस्पताल के तमाम डॉक्टर्स और हेल्थ वर्कर को बुलाया. लेकिन इस बैठक से भी ड्यूटी जॉइन नहीं करने वाले डॉक्टर्स गैरहाजिर रहे. लिहाजा डीसी ने ऐसे डॉक्टर्स को डीएम एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.

भागने वाले डॉक्टर्स

  1. डॉक्टर अभिनीत सिद्धार्थ, ईएसआईसी नामकुम
  2. डॉक्टर सरिता कच्छप, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, चान्हो
  3. डॉक्टर संध्या सिन्हा, रेफरल अस्पताल, मांडर
  4. डॉक्टर मार्शल लुगुन, सीएचसी तमाड़
  5. डॉक्टर ईशानी सिंह, स्वास्थ्य केंद्र मैक्लुस्कीगंज
  6. डॉ स्नेह संध्या, स्वास्थ्य केंद्र सारजमडीह, तमाड़
  7. डॉक्टर कीर्ति त्रिपाठी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पिठौरिया
  8. डॉ राजीव भारद्वाज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, ओरमांझी

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एस मंडल ने इन डॉक्टरों से जल्द से जल्द ड्यूटी जॉइन करने की अपील की है. ताकि ज्यादा से ज्यादा कोरोना संक्रमितों को मदद पहुंचाई जा सके.

बता दें कि रांची सदर अस्पताल को कोरोना अस्पताल घोषित किया गया है. गुरुवार शाम डीसी ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया. उस वक्त उन्हें ये जानकारी मिली कि 8 डॉक्टर्स, 18 एएनएम और 4 मजिस्ट्रेट अस्पताल से गायब है. जिसके बाद सभी को नोटिस भेजा गया. बावजूद इसके 8 डॉक्टर्स ड्यूटी जॉइन करने में आनाकानी कर रहे हैं.

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