आज हमने फिर एक ओपन हार्ट सर्जरी की मीना 25 वर्ष जो पलामू की रहने वाली है कई वर्षों से दिल के भाल्व की बीमारी से पीड़ित थी।

उसके दिल की वनावट खराब थी। दिल के अंदर छेद था और माइट्ल भाल्व पूरी तरह से खराब हो गया था। इसे मेडिकल भाषा में leutembecker syndrome कहते हैं। उसे साईनस वेनोसस नामक दिल का सुराग था और माईट्रल वॉल्व खराब हो गया था। फेफड़े की नस का प्रेसर काफी बढा हुआ था और अन्य वाल्व में भी दिल का साइज़ काफी बड़ा हो जाने की वजह से लीकेज हो गया था।

उसे साँस लेने में तकलीफ़ होती थी और धडकन काफी तेज रहता था। उसका ऑपरेशन कर उसके खराब भाल्व को बदलकर कृत्रिम वाल्व लगाया गया और दिल के सुराग को
बंद कर दिल की वनावट को ठीक कर दिया।
रिम्स में पहली बार इस तरह की जटिल सफल ओपेन हार्ट सर्जरी की गई।
ऑपरेशन डॉ राकेश चौधरी ने किया और टीम में शामिल असिस्टेंट सर्जन डॉ सन्मुगम थे।
कार्डियक एनेस्थेसिया से डॉ नितेश कुमार एवं डॉ खुसबू,परफ्युज़्नीस्ट अमित कुमार सिंह, ओटी असिस्टेंट राजेन्द्र, उपेन्द्र व समीम ने ऑपरेशन में सहयोग किया।

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