रांची। झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और तीन मंत्रियों के शपथ ग्रहण को लेकर एक पखवाड़ा बीत चुका है और अब सबकी नजरें मंत्रिमंडल विस्तार पर टिकी है।  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नई दिल्ली में कांग्रेस के आला नेताओं से विचार-विमर्श कर वापस लौट रहे है और मंत्रिमंडल विस्तार तथा विभागों के बंटवारे के फार्मूला तय हो गया है।

नई दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव वेणगोपाल और प्रभारी आरपीएन सिंह और सह प्रभारी उमंग सिंघार के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मंगलवार को देर रात ढ़ाई घंटे तक बातचीत हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में मंत्रिमंडल में कांग्रेस पार्टी के कोटे और विभागों के बंटवारे का फार्मूला तय हो गया है। बताया गया है कि कांग्रेस पार्टी को पूर्व में मंत्रिमंडल में चार सीट देने की बात थी, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष का पद भी झामुमो के पास चले जाने के बाद कांग्रेस कोटे से पांच मंत्रियों का बनना तय है। इसके अलावा इस बार कांग्रेस कोटे के मंत्री को शिक्षा, स्वास्थ्य और ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेवारी सौंपी जाएगी।

इधर, कांग्रेस के सभी नवनिर्वाचित 16 विधायकों को 17 जनवरी को दिल्ली तलब किया गया है। नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कांग्रेस विधायकों की मुलाकात होगी। इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस के सभी विधायकों के गुरुवार को दिल्ली पहुंच जाने की संभावना है। कांग्रेस कोटे से दो मंत्री आलमगीर आलम और रामेश्वर उरांव शपथ ले चुके है और कांग्रेस कोटे से तीन अन्य मंत्रियों के नाम पर अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान लेगा। इस मसले पर अंतिम फैसला लेने के पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी के सभी विधायकों से बातचीत करना चाहती है।

इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन वापस रांची लौटने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा कोटे से बनने वाले पांच मंत्रियों के नाम पर संगठन के अंदर विचार-विमर्श करेंगे और कांग्रेस नेतृत्व से भी सहमति मिल जाने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को शपथ ग्रहण के लिए सूचित कर दिया जाएगा।

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