रांची। ऑनलाइन शिक्षा के लिए सरकारी स्कूल के शिक्षकों वाले वाॅट्सएप ग्रुप में प्रखंड साधन सेवी (बीारपी) और कलस्टर साधन सेवी (सीआरपी) ने एजुकेशनल कंटेंट की जगह अश्लील वीडियाे और आपत्तिजनक तस्वीरें डाल दीं। हालांकि बच्चों तक पहुंचने से पहले ही यह मामला पकड़ में आ गया। इसके लिए बिरनी और चास के दाे सीआरपी और महुआडांड़ के एक बीआरपी काे चिह्नित किया गया है। आराेपी बीआरपी प्रभु कुमार पासवान लातेहार जिले के महुआडांड़ का प्रखंड साधन सेवी है।

वहीं कार्तिक कुमार कुशवाहा गिरिडीह जिले के बिरनी प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय करजीओ और इंद्रजीत सिंह चास के राजकीय मध्य विद्यालय ओलागाढ़ा का सीआरपी है। बिरनी और चास के सआरपी ने 23 जून और महुआडांड़ के बीआरपी ने 24 जून को वीडियो और तस्वीरें डालीं। अगले दिन 25 जून को झारखंड शिक्षा परियाेजना के निदेशक उमाशंकर सिंह ने गिरिडीह, लातेहार और बाेकाराे के डीईओ काे पत्र भेजकर 24 घंटे में इनके खिलाफ कानूनी और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
डीईओ बोले कार्रवाई का निर्देश दिया है

लातेहार के जिला शिक्षा पदाधिकारी छठु विजय सिंह ने कहा पूरा मामला मेरे संज्ञान में है। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी काे कार्रवाई का निर्देश दे दिया है।

‘डीजी साथ कार्यक्रम’ के तहत बनाया है स्टडी ग्रुप

लाॅकडाउन के कारण स्कूल बंद है। ऐसे में झारखंड शिक्षा परियाेजना ने सरकारी स्कूल के बच्चाें काे पढ़ाने के लिए ‘डीजी साथ कार्यक्रम’ के तहत वाॅट्सएप ग्रुप बनाया है। इसमें बच्चाें के लिए डिजिटल कंटेंट डाले जाते हैं। यह ग्रुप बीआरपी-सीआरपी द्वारा संचालित किया जाता है।

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