हजारीबाग। कोरोना संकट के शुरू होने के समय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने देश की जनता से आवाह्न करते हुए कहा था कि हमें आपदा को अवसर में बदलना है। हजारीबाग में सदर विधायक मनीष जायसवाल ने अपने समेकित सेवाभावी कार्यों से प्रधानमंत्री के इस ऐलान को चरितार्थ करने में कोई कसर नहीं छोड़ा और आवाम को सदैव राहत पहुंचाने में जुटे हैं। वर्तमान कोरोना काल में ऑक्सीजन की जरूरत दो तरीके से लोगों को पड़ी। एक सरकारी या निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों को तो दूसरा घर पर इलाज कराने वाले मरीजों को ऑक्सीजन सिलेण्डर और रेगुलेटर की जरूरत पड़ी।

सरकारी अस्पताल और निजी अस्पतालों में तो ऑक्सीजन की उपलब्धता थी लेकिन घरों पर इलाज कराने वाले लोगों की जरूरत पूरी करने में सदर विधायक मनीष जायसवाल ने महत्ती भूमिका निभाई और देश के विभिन्न जगहों से करीब 76 ऑक्सीजन सिलेण्डर और सैकड़ों रेगुलेटर मंगवाकर लोगों को बड़ी राहत पहुंचाई है। लेकिन महामारी के इस विकट दौर में राहत के नाम पर इलाज में जुटे हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कुछ कर्मियों ने इस आपदा को अपने लिए सुनहरे अवसरों में बदल दिया है और संकट के इस दौर में भी उन्हें सिर्फ़ अपने कमाई से मतलब है। हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना मरीज के इलाज के नाम पर बड़ी धांधली हो रही है।

यहां ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन रेगुलेटर, ऑक्सीजन मास्क और दवाई के नाम पर बड़ी धांधली हुई है। हजारीबाग पुलिस द्वारा मंगलवार को यहां कार्यरत कई कर्मियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिए जाने और कई पर एफआईआर दर्ज किए जाने का मामला इसकी स्पष्ट पुष्टि करता है। उक्त बातें हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने कही। उन्होंने राज्य सरकार, हजारीबाग जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से आपदा को अपने लिए कमाई का अवसर बनाने वाले कर्मियों के खिलाफ उच्चस्तरीय जांच कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की ताकि भविष्य में किसी अन्य कर्मियों द्वारा इस प्रकार के अनैतिक, अमानवीय कार्य नहीं किया जा सके और मानवता और इंसानियत को बचाया जा सके।

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