हजारीबाग। टीपीसी नक्सलियों के विरुद्ध पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने छापेमारी कर सात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 9 एमएम के दो पिस्टल, दो देशी पिस्टल, तीन देशी रायफल सहित 13 कारतूस, वर्दी, दो मोबाइल फोन बरामद किया है।
इस संबंध में विष्णुगढ़ अनुमंडल डीएसपी ओमप्रकाश ने बताया कि पिछले दो महीने से टीपीसी के नाम पर चरही कोल साइडिंग एवं तापिन कोलियरी में फायरिंग, आगजनी करने सहित कर्मचारियों से मारपीट किए जाने का मामला प्रकाश में आया था। पुलिस इन मामले में अपराधियों की तलाश कर रही थी। चरही थाना क्षेत्र के बहेरा जंगल में टीपीसी के सदस्यों द्वारा आपराधिक घटना को अंजाम दिए जाने की गुप्त सूचना पुलिस को प्राप्त हुई थी। एसपी मयूर पटेल द्वारा डीएसपी ओम प्रकाश के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी का निर्देश दिया गया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर आकाश यादव, अरविंद कुमार दास व दीपक कुमार दास, सुरेन्द्र राम, उमेश राम, राॅकी उर्फ इजहार अंसारी एवं सागर उर्फ रोहित पासवान को गिरफ्तार किया। इस संबंध में चरही थाना में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए नक्सलियों के खिलाफ चरही के रेलवे साइडिंग में 15 नवंबर को फायरिंग करने, सीसीएल कर्मचारियों के साथ मारपीट करने एवं पोस्टरबाजी का मामला स्थानीय थाने में दर्ज है। गिरफ्तार उमेश राम पूर्व में जेपीसी का एरिया कमांडर रह चुका है। छापेमारी अभियान में डीएसपी ओम प्रकाश के अलावा चरही थाना प्रभारी जलधर तिग्गा, एएसआई बुधवा तिर्की, चुरचू थाना प्रभारी तरुण बाखला, स.अ.नि सतीश कुमार उरांव, टाटीझरिया थाना प्रभारी चंदन कुमार, दारु थाना प्रभारी विनोद तिर्की, एसडीपीओ के अंगरक्षक राम लखन साहू, पप्पू साव के अलावा सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

गुरुदेव है मास्टर माइंड
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार टीपीसी नक्सलियों का मास्टर माइंड गुरुदेव है। गुरुदेव के द्वारा ही गिरफ्तार लोगों को हथियार मुहैया कराया गया है। गुरुदेव बड़कागांव, चुरचू, आंगो एवं खलारी जैसे क्षेत्रों में टीपीसी के नाम से सक्रिय है। गिरफ्तार लोग एरिया कमांडर लालू मेहता उर्फ संतोष मेहता के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। गिरोह में बबलू गंझू, प्रेम गंझू, नूतन गंझू सहित कई अन्य भी शामिल हैं। हालांकि ये सभी अभी फरार हैं। बताया गया है कि कोयला क्षेत्र में ट्रांसपोर्टर तथा इससे जुड़े व्यवसायियों को धमकी देकर लेवी वसूलना ही इनका कार्य है। अभीतक इनके द्वारा किसी की हत्या नहीं की गई।

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