रांची। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक हरमू स्थित प्रदेश कार्यालय में हुई। बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, जिला प्रभारी, जिला अध्यक्ष-महामंत्री,जिला सदस्यता प्रभारी-सह प्रभारी शामिल हुए। बैठक में पंचायत स्तर तक मजबूत संगठन विस्तार को लेकर योजना बनाई गई।साथ ही मोर्चा के द्वारा 3.50 लाख जनजाति सदस्य बनाने के लक्ष्य को और अधिक धार देने पर चर्चा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने कहा कि झारखंड के 28 जनजाति सीट में से 22+ सीट जितने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। और यह 22+ सीट जीतकर ही हम 65+ सीट जितने के लक्ष्य की प्राप्त कर पाएंगे। और यह लक्ष्य तब प्राप्त होगी जब जनजाति मोर्चा का नेतृत्व पंचायत स्तर पर मजबूती के साथ खड़ा होगा। आगे गिलुआ ने कहा कि झारखंड में झारखंड में जिन्होंने सबसे ज्यादा आदिवासियों की जमीन छीनी वे ही आदिवासी एवं उनके ज़मीन की हितैसी बनने का ढोंग करती है। झारखण्ड में दो लोग ही आदिवासी की जमीन सबसे ज्यादा छीना है एक झामुमो के सोरेन परिवार और दूसरा ईसाई मिशनरी। आगे उन्होंने कहा कि जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ता मुखर एवं प्रखर होकर जनता के बीच इस बात को बताए कि जमीन को वास्तव में किसने छीना है।राज्यसभा सांसद सह प्रदेश उपाध्यक्ष माननीय समीर उरांव जी ने कहा कि आदिवासी समाज के धर्म-संस्कृति,सभ्यता को बचाने के लिए जनजाति समाज के युवा नेतृत्व को खड़े और आगे आने की आवश्यकता है। और यह तब संभव है जब सदस्यता अभियान में ज्यादा से ज्यादा युथ को पार्टी से जोड़े।मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक माननीय रामकुमार पाहन ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ता के अथक प्रयास से विपक्षी दलों के झूठ को बेनकाब करते हुए ऐतिहासिक मत प्राप्त करने में सफलता हासिल हुआ है। इसी तरह जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ता आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपना कमर कस चुके है।आने वाले दिनो मे कुछ संगठन धनबल के दम पर जनजाति समाज को बरगलाने का काम करेंगे इसलिए मोर्चा के कार्यकर्ता को सजग रहने की जरूरत है।
बैठक में स्वागत भाषण प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रदेश सदस्यता प्रभारी अशोक बड़ाईक, संचालन प्रदेश महामंत्री बिन्देश्वर उरांव एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रदेश उपाध्यक्ष लखन मार्डी ने किया।बैठक में विधायक गंगोत्री कुजूर,प्रदेश उपाध्यक्ष अशोके बड़ाईक,अशेष बारला,बिंदेश्वर उरांव,लखन मार्डी,अनु लकड़ा,अवधेश सिंह चेरो,लखि हेम्ब्रम, बिशु टुडू,नकुल तिर्की,सुनील फकीर कच्छप, रवि मुंडा,रूप लक्ष्मी मुंडा,देवकी रानी बड़ाईक, नूतन पाहन, बिरसा मिंज,बिरसा पाहन, जगरनाथ भगत,सुरेश मुर्मू,दानियाल किस्कु सहित कई उपस्थित हुए।