रांची। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवे और आखिरी दिन गुरुवार को भोजनावकाश के बाद सभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच स्पीकर ने नमाज के लिए कमरा आवंटित करने के मुद्दे पर सात सदस्य कमेटी गठित कर दी है।
झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी को कमेटी का संयोजक बनाया गया है, जबकि विधायक सरफराज अहमद, प्रदीप यादव, विनोद सिंह, नीलकंठ सिंह मुंडा, दीपिका पांडेय सिंह और लंबोदर महतो को सदस्य बनाया गया है। विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि सदन मे पिछले दिनों से जैसा गतिरोध हुआ, वह काफी गंभीर है। ऐसा गतिरोध राज्य के लिए अच्छा नहीं है। ऐसे में नमाज के कमरा आवंटित करने को लेकर एक कमेटी का गठन कर रहे हैं। कमेटी 45 दिन में सदन को रिपोर्ट सौंप देगी। उन्होंने कहा कि कमेटी जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपे।
मानसून सत्र के आखिरी दिन गुरुवार को सदन में चार विधेयक पास किए गए। इसमें झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय विधेयक 2021, झारखंड पंचायत राज (संशोधन) विधेयक 2021, झारखंड राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन (संशोधन विधेयक) 2021 और झारखंड वित्त विधेयक 2021 शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि नमाज पढ़ने के लिए कमरा अलॉट किये जाने को लेकर भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया। साथ ही पूरे मॉनसून सत्र के दौरान भाजपा विधायक नियोजन नीति रद्द करने की मांग पर भी अड़े रहे। इसके विरोध में सत्र के आखिरी दिन भाजपा विधायक काला पट्टा लगाकर सदन पहुंचे थे। क्योंकि, नमाज के लिए कमरा आवंटन मुद्दे पर विधानसभा घेराव करने पहुंचे भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
इससे पहले नमाज के लिए कमरा आवंटित करने को लेकर सदन में पिछले दिनों से चल रहे हंगामे के बीच गुरुवार को सत्ता पक्ष के विधायक सरफराज अहमद ने एक प्रस्ताव रखा था। प्रस्ताव में उन्होंने स्पीकर से मांग की था कि कमेटी बना दें। जिससे कमेटी देखे की नमाज के लिए कक्ष आवंटित करने की आवश्यकता है या नहीं।
सरफराज़ अहमद के लाये प्रस्ताव का बंधु तिर्की और प्रदीप यादव ने समर्थन किया था। इस पर भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा था कि हमारे दबाव के बाद सत्ता पक्ष के विधायक ने यह प्रस्ताव रखा। सभी बातों को सुनने के बाद स्पीकर ने यह घोषणा की थी कि सदन के सेकंड हाफ में कमेटी बनाने की घोषणा करेंगे। इसके बाद स्पीकर ने सदस्यीय कमेटी गठित की।