रांची। फग्गन सिंह कुलस्ते, माननीय केंद्रीय इस्पात और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री ने कल देर शाम सेल रांची इकाइयों की गतिविधियों की समीक्षा और सराहना की और उनसे इस्पात मंत्रालय के दृष्टिकोण के अनुरूप अपने प्रयासों में और उत्कृष्टता के लिए आग्रह किया। बैठक में श्री समीर उरांव, राज्यसभा के माननीय सदस्य, श्री अतुल भट्ट, सीएमडी (मेकॉन), सुश्री कामाक्षी रमन, ईडी (एचआरडी), श्री जगदीश अरोड़ा, ईडी (सीईटी), श्री निर्विक बनर्जी, ईडी (आर.डी.सी.आई.एस.) एवं अन्य वरीय अधिकारियों की उपस्थिति थी| इन मुख्य अधिकारियों ने संगठनों की स्थिति और प्रगति को चित्रित करते हुए प्रस्तुतियां दीं और माननीय मंत्री से मार्गदर्शन मांगा। सेल सुरक्षा संगठन की ओर से प्रस्तुति श्री एस. वशिष्ठ, मुख्य महाप्रबंधक ने दी।
आज सुबह श्री कुलस्ते ने एमटीआई, सेल में एक पौधा भी लगाया और श्यामली कॉलोनी में सेल एससी/एसटी कर्मचारी कल्याण संघ (सेवा) कार्यालय का वृक्षारोपण के साथ उद्घाटन किया। सुश्री माला हेमरोम, मुख्य महाप्रबंधक (पी एंड ए) के नेतृत्व में एक दल ने माननीय मंत्री का स्वागत किया। एसोसिएशन ऑफ स्टील एग्जिक्यूटिव्स (एएसई) के अधिकारियों ने अपने अध्यक्ष श्री ए. नाग के साथ भी उनसे मुलाकात की और फूलों के गुलदस्ते भेंट किए।
श्री कुलस्ते ने सेल इकाइयों, मेकॉन और मंत्रालय के बीच पीएसयू क्षेत्र में अधिक पारदर्शिता के साथ अत्याधुनिक तकनीकी प्रगति हेतु समन्वय के लिए जोर दिया। उन्होंने आग्रह किया कि राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं के त्वरित निष्पादन के लिए, उत्कृष्ट प्रणालियाँ अपनानी चाहिए जिसे बोर्डों और मंत्रालयों के माध्यम से अनुमोदित करने के बाद अपनाया जा सकता है। यह निजी क्षेत्र की तुलना में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के लिए समान अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में सेल के उत्पादों के बारे में पूछताछ की और इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही उन्होंने सफल पर्यावरण प्रबंधन के लिए सेल के खदानों के चूर्णों के बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन पर जोर दिया। उन्हें बताया गया कि सेल 2030 तक 50 मीट्रिक टन इस्पात के लक्ष्य को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
उन्हें प्रबंधन प्रशिक्षण के लिए सेल में विभिन्न “नेतृत्व और उत्थान” हस्तक्षेपों को संचालित करने की भूमिका के बारे में अवगत कराया गया। सेल लर्निंग पोर्टल www.eabhigyan.com के माध्यम से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एचआरडी हस्तक्षेपों के विकास को भी साझा किया गया। इस पोर्टल का सभी इस्पात संयंत्र समुचित सदुपयोग कर हर क्षेत्र में अपने ज्ञान को अग्रसर कर रहे हैं|
माननीय मंत्री जी ने सेल में प्रचलित सुरक्षा मानकों और दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी ली। उन्हें बताया गया कि इस्पात मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रकाशित 25 सुरक्षा दिशानिर्देश एवं 15 प्रक्रिया-आधारित सुरक्षा दिशानिर्देश हाल ही में परिचालित किए गए हैं। इसके अलावा इस्पात उद्योग मानकों में अंतर संयंत्र मानक उपलब्ध हैं और सेल के सभी संयंत्रों और इकाइयों द्वारा व्यवहार में इसका पालन किया जा रहा था।