लोहरदगा। उत्तराखंड के चमोली में हुई तबाही के दौरान लापता बेठहठ पंचायत के 9 मजदूरों में से एक विक्की भगत का शव मिलने के बाद 15 वें दिन रविवार रात्रि लगभग डेढ़ बजे एंबुलेंस द्वारा शव को बेठहठ महुरंग टोली लाया गया। वहीं, 8 अन्य लापता मजदूरों की खोजबीन प्रशासन द्वारा की जा रही है। बेठहठ महुरंग टोली में विक्की भगत का शव पहुँचने पर माता-पिता और भाई-बहनों के साथ पूरा गांव गमगीन हो गया।
रविवार तड़के चार बजे विक्की भगत का अंतिम संस्कार किया गया। विक्की भगत उत्तराखंड के चमोली जिले के तपोवन में पॉवर प्रोजेक्ट में काम करने गए थे, जहां 23 जनवरी को ग्लेशियर टूटने से हुई तबाही से उनकी मौत हो गई। विक्की भगत का शव गांव आने के बाद अन्य लापता आठ मजदूरों के परिजन भी अपनों को ढूंढते नजर आए। इन ग्रामीणों का कहना है कि जल्द से जल्द सभी लोगों की खोजबीन कर उन्हें गाँव पहुँचाया जाय। साथ ही प्रशासन द्वारा गांवों में ही रोजगार की व्यवस्था की जाए जिससे लोग बाहर ना जाएं एवं उत्तराखंड जैसी तबाही का शिकार न होना पड़े। रोजगार के अभाव में ही मजदूर बाहर जाते हैं एवं अपनों से दूर जाने के बाद मजदूरों के वापस लौटने की उम्मीद नहीं होती।
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