खूँटी (स्वदेश टुडे)। पुलिस-प्रशासन द्वारा इस प्रकार की उदासीनता से डायन जैसी कुप्रथा पर क्या लगाम लगाया जा सकता है। अधिकारियों की ऐसी उदासीनता के कारण ऐसे कुप्रथा के नाम पर अपना स्वार्थ साधने वालों का हौसला और भी बढ़ जाएगा और कमजोर लोग प्रताड़ित होते ही रहेंगे। मामला मारंगहादा थाना क्षेत्र के पीड़ीहातु गांव का है। गांव में एक महिला समेत पाँच लोगों के द्वारा 60 वर्षीय वृद्धा को डायन कहकर इतना मारा गया था कि वह बुरी तरह से जख्मी होने के बाद बेहोश होकर गिर गई। मरा हुआ समझकर आरोपित उसे छोड़ दिए। पीड़ित वृद्धा के भाई ने इसकी सूचना मारंगहादा थाना को दी थी। थाना ने उसकी फरियाद को दरकिनार कर दिया। वहीं गंभीर रूप से जख्मी को इलाज के लिए रिम्स, रांची में भर्ती कराया गया। छह दिनों के इलाज के बाद वे स्वस्थ्य हुई, लेकिन खौफ के कारण अपने गांव जाने से भी कतराने लगी। डर के मारे पीड़िता अपने दामाद के घर में शरण लिए हुए हैं। वहीं आरोपितों को हाैसला बढ़ ना जाय इसलिए पीड़िता की बेटी मामले को अंजाम तक पहुँचने के लिए ठान ली। और थाना में मामला दर्ज नहीं होने पर पीड़िता की बेटी मामले को लेकर न्यायालय की शरण में गई। न्यायालय ने वाद दायर कर थाना को मामला दर्ज करने का निर्देश दिया। इसके बाद 10 अक्टूबर को मारंगहादा थाना में मामला दर्ज किया गया।

इस संबंध में, पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पीड़ीहातु गांव के रहने वाले दिवंगत घनश्याम पाहन की पत्नी सिनी देवी को गांव के ही एक महिला समेत पाँच लोगों ने डायन कहकर मारपीट कर जख्मी कर दिया। इस संबंध में जख्मी की बेटी हिसी कुमारी ने न्यायालय में शिकायत दर्ज कराया था। न्यायालय का वाद संख्या 61/21 के आधार पर मारंगहादा थाना कांड संख्या 33/21 के तहत पीड़ीहातु गांव के ही पिंटू मानकी, बुतरु मानकी, मोयसो मानकी, बैजनाथ मानकी और एक महिला अभियुक्त के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मामले के अनुसंधान के क्रम में घटना सही पाया गया, जिसके बाद सभी नामजद अभियुक्तों को आज गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

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