खूंटी। स्वयंसेवी संस्था लोक स्वर और ओक्सफेम इंडिया के कार्यकर्ताओं की सक्रियता के कारण दो नाबालिग बच्चों की जिंदगी बर्बाद होने से बच गयी। गुरुवार को 14 वर्ष की नाबालिग लड़की और 14 साल के ही लड़के की शादी फुदी पंचायत के कालामाटी गांव में होने वाली थी। लड़की कालामाटी गांव की रहने वाली है, जबकि लड़का कर्रा के घासीबेड़ा गांव का रहने वाला है। दोनों के परिजनों की सहमति के बाद गुरुवार को शादी की रस्म होने वाली थी, पर लोक स्वर संस्था के कार्यकताओं को इसकी जानकारी मिल गयी। गांव के ही कार्यकर्ताओं ने नाबालिगों की शादी का कड़ा विरोध किया। बाद में दोनों के परिजन शादी राकने को तैयार हो गये।
उन्होंने कहा कि जब दोनों बालिग हो जायेंगे, तब उनकी शादी करा दी जायेगी। शादी के मंडप में बैठने वाली नाबालिग बच्ची अब शनिवार से स्कूल जाना कर देगी। नाबालिगों की शादी रोकने में संस्था की सचिव रागिनी संवेदना, कुणाल, नमित नाग, जतरी सांगा के अलावा कालामाटी स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। गौरतलब है कि लोक स्वर संस्था पिछले चार वर्षों से बाल विवाह, महिला हिंसा सहित अन्य कुरीतियों के खिलाफ गांवों में जन जागरूकता अभियान चला रही है।
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