कटकमसांडी (हजारीबाग)| दस दिनों के अंदर कटकमसांडी प्रखंड में दो दर्जन से अधिक लोगों की जानें चली गई, जबकि सैकड़ों लोग संक्रमित व बीमार है| ग्रामीण इलाके में मरीज झोला छाप चिकित्सकों के सहारे जीने को विवश हैं। वही, बेड की मारामारी के कारण परिजन मरीजों को शहर लाकर इलाज कराने से कतरा रहे हैं।
इधर प्रखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बदतर बताई जा रही है। सीएचसी रेफरल अस्पताल बनकर रह गई है। यहां से मरीजों को सिर्फ रेफर कर दी जाती है। इधर समाजसेवी आराभुसाई मुखिया प्रतिनिधि मो. रहमत अंसारी व ढौठवा मुखिया शेर मोहम्मद खान ने कहा कि प्रखंड के विभिन्न पीएचसी में प्रशिक्षित नर्सों की नियुक्ति के साथ साथ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। हेल्थ सेंटरों में दवा व आक्सीजन की व्यवस्था कराई जाए। साथ ही महामारी को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाय। इसमें झोला छाप डाक्टरों को भी शामिल किया जाय।