हजारीबाग। सोमवार को भारत तिब्बत मैत्री संघ हजारीबाग के द्वारा बड़ा बाजार , जैन भवन के पास तिब्बत के 11 वें पंचेन लामा गेंधुन चोयकेई जी के तस्वीर के सामने मोमबत्ती जलाकर उनकी रिहाई की मांग चीन सरकार से वर्चुअल बैठक के तहत की गई। आज से 26 वर्ष पूर्व 17 मई 1995 को 6 वर्ष की बाल्य अवस्था में परम पावन दलाई लामा जी के द्वारा मनोनीत 11वें पंचेन लामा जो तिब्बत के दूसरे नंबर के सबसे बड़ा धर्म गुरु हैं, उनका अपहरण षड्यंत्र के तहत पूरे परिवार सहित चीन द्वारा कर लिया गया आज तक वह कहां है, उनका परिवार कहां है इसका पता किसी को नहीं है।
भारत तिब्बत मैत्री संघ के अध्यक्ष सुदेश कुमार चंद्रवंशी ने वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि भारत के साथ-साथ पूरे विश्व के तिब्बती एवं तिब्बती समर्थक ग्रुप भारत सरकार और विश्व के अन्य देशों के सरकार यूएनओ से मांग करता है कि चीन पर दबाव देकर तिब्बत के 11वें पंचेन लामा को जल्द से जल्द रिहाई करवाया जा सके और तिब्बतियों को सौंपा जा सके। षड्यंत्रकारी और विस्तारवादी सोच का चीन आज पूरे विश्व को कोरोना महामारी की आग में झोंक दिया है भारत के साथ-साथ कई देश इस से पीड़ित हैं लाखों लोग मारे जा रहे अभी हत्यारा चीन को नहीं रोका गया तो पूरा विश्व बर्बाद हो जाएगा, अब चीन को सबक सिखाने का समय आ गया है। आज भारत के विभिन्न शहरों के साथ-साथ पूरे विश्व में यह कार्यक्रम आयोजित हो रही है।
तिब्बती निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री पेंपा सेरिंग जी को निर्वाचित होने पर सदस्यों द्वारा शुभकामना दी गई। इस कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए वर्चुअल बैठक की गई जिसमे भारत मैत्री संघ के सदस्य शामिल हुए मुख्य रूप से भारत तिब्बत मैत्री संघ हजारीबाग के संरक्षक डॉ बी के सिंह , डॉ ललिता राणा, नंदकिशोर प्रसाद नंदू जी, सचिव अजीत कुमार, इंद्र राज आनंद रांची, डॉ अविनाश स्वरूप कोडरमा, सुधीर कुमार पलामू, श्रीमती गायत्री राणा , डॉ अरविंद, राजन वर्मा, प्रमोद कुमार रामगढ़, हजारीबाग मीडिया प्रभारी शैलेश कुमार चंद्रवंशी, राजन वर्मा ,रामप्रवेश ठाकुर, मेहुल खंडेलवाल, आदि शामिल हुए।

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