गिरिडीह। नौकरी दिलाने के नाम पर गौरखधंधा करने वाले ट्रस्ट संचालक को गिरिडीह पुलिस ने रांची से गिरफ्तार किया है । जबकि गिरिडीह शिक्षा विभाग के प्रधान लिपिक कौशल किशोर को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर मुफ्फसिल थाना पुलिस ने प्रधान लिपिक कौशल किशोर को हिरासत में लिया है। जबकि रांची से गिरफ्तार संचालक मनोज कुमार बिहार के पटना के फूलवारी शरीफ का रहने वाला है। लेकिन रांची में मनोज कुमार के ट्रस्ट एनबीएसबी का कार्यालय संचालित था। पूछताछ में आरोपी मनोज कुमार ने कई राज उगले हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरिडीह समेत पाकुड़ और साहेबगंज जिलों में भी यह नटवरलाल शिक्षा विभाग कार्यालय के कर्मियों के मिलीभगत से नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से लाखों ठगता आ रहा था।
इस संंबंध में मंगलवार को पुलिस लाईन में प्रेसवार्ता में एसपी अमित रेणु और एसडीपीओ कुमार गौरव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मनोज कुमार बीतें कई महीनों से ट्रस्ट संचालित कर स्किल इंडिया के प्रशिक्षक के रुप में नौकरी का फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर भी जारी कर रहा था। लेकिन पूरे मामले के गौरखधंधे का खुलासा उन युवकों ने किया, जो ट्रस्ट संचालक द्वारा दिए अपॉइंटमेंट लेटर पर नौकरी करना शुरु कर दिए थे। लेकिन युवाओं को वेतन नहीं मिल रहा था। इसके बाद इन युवाओं ने सदर एसडीपीओ को पूरे मामले की जानकारी दी। युवाओं के शिकायत पर ट्रस्ट संचालक मनोज कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर पुलिस जांच शुरु की।
प्रेसवार्ता के दौरान पूछने पर एसपी प्रधान लिपिक के गिरफ्तारी से तो इंकार कर दिया है। लेकिन पुलिस सूत्रों की मानें तो प्रधान लिपिक कौशल किशोर समेत शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के कई कर्मियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। इधर पुलिस अब भी प्रधान लिपिक से पूछताछ कर रही है। एसपी ने प्रेसवार्ता के क्रम में बताया कि आरोपी मनोज कुमार गिरिडीह समेत पाकुड और साहेबगंज जिलों में युवाओं को नौकरी का प्रलोभन देकर फर्जीवाड़ा कर रहा था। मनोज कुमार द्वारा अब तक 40 लाख के ठगी का मामला सामने आ चुका है।