खूँटी। वर्ष के बच्चे को पति के सहारे छोड़ दिल्ली घरेलू काम करने के लिए जा चुकी युवती को पति के गुहार पर जिला प्रशासन ने वापस लाया है। जो खूँटी के तोरपा प्रखंड स्थित डोड़मा चंद्रपुर गांव की रहने वाली है। वह महिला अपनी‌ सहेली‌ के साथ दिल्ली में किसी दम्पत्ति के यहाँ घरेलू नौकर के रूप में काम करने चली गई थी। जो विगत डेढ़ माह से दिल्ली मोतीनगर के एक दम्पति के यहां काम करती थी।

एक अबोध बच्चे की मां सेरोफिना हेमरोम को दिल्ली से सुरक्षित वापस लाकर उसके पति को सौंप दिया गया। सैरोफिना 5 जून को वापस आने के बाद जिला प्रशासन को यह बताया गया कि सेरोफिना हेमरोम के पति बिरसा पाहन ने एस डी ओ हेमन्त सती से अपनी पत्नी को वापस लाने की गुहार लगाई थी। एसडीओ हेमन्त सती ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ए.एच.टी.यू. में बिरसा पाहन से अपनी पत्नी की ट्रैफ़िककिंग के संबंध में सनहा दर्ज करवाया। जिसे हमेशा दिल्ली जाकर काम करनेवाली सहेली ने सैरोमिना को जो एक अबोध बच्चे की माँ को बहलाकर दिल्ली ले गयी थी।

तत्पश्चात् एस.डी.ओ हेमन्त सती ने जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को इस संबंध में अग्रेत्तर कार्रवाई करने का निर्देश दिया और फिर जिला बाल संरक्षण ईकाई की टीम ने दिल्ली की स्थानीय एन.जी.ओ. की मदद से सेरोफिना हेमरोम को मोतीनगर, नई दिल्ली से रेस्क्यू कराया।

उसे स्पेशल ट्रेन से दिल्ली से राँची का टिकट करवा कर सुरक्षित खूँटी लाया गया। ए.एच.टी.यू. खूँटी में सेरोफिना का बयान लिया गया। उपायुक्त शशि रंजन की मौजूदगी में सेरोफिना हेमरोम को उनके पति बिरसा पाहन को सौंपा गया। अपनी पत्नी को वापस पाकर उसका पति खुश है।

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