संजय बांगर विश्व कप 2019 तक टीम इंडिया के बैटिंग कोच थे, वो भी आवेदन कर सकते हैं
टीम इंडिया के अगले बैटिंग कोच की दौड़ में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग भी शामिल हैं
खेल डेस्क. टीम इंडिया के हेड कोच के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 30 जुलाई है। इसके साथ ही बल्लेबाजी और गेंदबाजी कोच के लिए भी आवेदन की अंतिम तारीख यही है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि बल्लेबाजी कोच के लिए पांच पूर्व भारतीय और विदेशी खिलाड़ी आवेदन कर सकते हैं। इनमें स्टीफन फ्लेमिंग, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण, जैक्स कालिस और रिकी पोंटिंग भी शामिल हैं। यहां इन सभी प्लेयर्स के अनुभव पर एक नजर डालते हैं।

स्टीफन फ्लेमिंग
न्यूजीलैंड के इस पूर्व कप्तान के पास कोचिंग का भी खासा अनुभव है। वो तीन बार आईपीएल जीत चुकी चेन्नई सुपर किंग्स के कोच रह चुके हैं। एक खिलाड़ी के तौर पर भी फ्लेमिंग का रिकॉर्ड बेहतरीन है। उन्होंने कुल 280 वनडे और 111 टेस्ट मैच खेले हैं। वनडे में 7 हजार रन हैं और टेस्ट में कुल 8037 रन। फ्लेमिंग की कोचिंग के अंदाज को महेंद्र सिंह धोनी भी कई बार सराह चुके हैं।

वीवीएस लक्ष्मण
44 साल के लक्ष्मण को भारत के सबसे कलात्मक बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। 134 टेस्ट में उन्होंने 46 के औसत से कुल 8781 रन बनाए। उन्होंने कुल 86 एक दिवसीय यानी वनडे मैच भी खेले। आईपीएल में वो सनराइजर्स हैदराबाद के मेंटर रह चुके हैं। हैदराबाद का यह स्टार बल्लेबाज टीम इंडिया के बल्लेबाजों की तकनीकि खामियों को बेहतर तरीके से समझ और सुधार सकता है। शांत स्वभाव के लक्ष्मण भारतीय टीम के 4 नंबर की परेशानी को भी हल करने में कारगर साबित हो सकते हैं।

जैक्स कालिस
दक्षिण अफ्रीका के इस पूर्व कप्तान को सर्वकालीन महान हरफनमौला खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। लक्ष्मण की तरह जैक्स कालिस को भी शांत स्वभाव और सिर्फ अपने काम पर ध्यान केंद्रित रखने वाला व्यक्ति माना जाता है। 2015 में वो केकेआर के बैटिंग कोच बने और बाद में हेड कोच। बल्लेबाज के तौर पर 166 टेस्ट मैच में कालिस ने 13,289 रन बनाए और उनका औसत रहा 55.38। उन्होंने कुल 328 वनडे मैच में 11,579 रन बनाए।

रिकी पोंटिंग
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग भी टीम इंडिया के बैटिंग कोच के लिए दावेदार हैं। 375 वनडे मैच में उन्होंने कुल 13,704 रन बनाए। उन्होंने 168 टेस्ट मैच में 51.85 की औसत से कुल 13,378 रन बनाए। वो लंबे समय तक मुंबई इंडियंस के कोच रहे और बाद में दिल्ली कैपिटल्स से जुड़ गए। वो टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और बाकी कई खिलाड़ियों को करीब से जानते हैं। विश्व कप 2019 में वो ऑस्ट्रेलियाई टीम के असिस्टेंट कोच थे।

राहुल द्रविड़
शालीन और मृदुभाषी राहुल द्रविड़ तकनीकि तौर पर भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। इंडिया ए और अंडर 19 के भी वो कोच रह चुके हैं। उनकी कोचिंग में ही अंडर 19 टीम ने विश्व कप जीता था। पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल जैसे युवा बल्लेबाजों को निखारने में राहुल की भूमिका अहम मानी जाती है। उनके पास 344 वनडे और 164 टेस्ट मैच का अनुभव है। हालांकि, द्रविड़ ने कुछ महीने पहले कहा था कि वो युवा खिलाड़ियों की कोचिंग को वक्त देना चाहते हैं।

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