आईपीएल IPL की तर्ज पर सटोरियों का एक गिरोह फर्जी मैचों का आयोजन कराता था और जमकर लोग इस पर सट्टेबाजी करते थे। पुलिस द्वारा इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। ये सभी मैच ऑनलाइन और एप के जरिए प्रसारित होते थे। पुलिस के मुताबिक मैच गुजरात में होते थे, लेकिन इसका संचालन रूस से गिरोह का मुखिया करता था। फिलहाल पुलिस मुखिया के तलाश में जुटी हुई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मोलीपुर गांव के निवासी दावड़ा शोएब अब्दुलमजीद ने कब्रिस्तान के बगल में कुछ खेत पट्टे पर दिए थे। खेत पर मैदान और पिच तैयार किया गया था। पुलिस जब मौके पर छापेमारी के लिए पहुंची तो फर्जी लीग के बारे में जानकार उनके होश उड़ गए। मामले में पुलिस ने अब्दुलमजीद के अलावा तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं आसिफ मोहम्मद नाम के व्यक्ति को वांछित की लिस्ट में डाल दिया गया, जो रूस में है।

हर मैच के लिए लोगों को दिए जाते थे 400 रुपए

गिरोह के लोगों ने खेत के मैदान पर खेले जाने वाले मैच को आईपीएल की तरह दिखाने का हरसंभव प्रयास किया। टीम के खिलाड़ियों को इंडियन टी-20 लीग की तरह ही टी-शर्ट और खेल के सभी जरूरी सामान उपलब्ध कराए जाते थे। वहां कैमरे लगाए गए थे और यहां तक अंपायर और कमेंटेटर भी थे। मैच के लिए खिलाड़ियों को आसपास के गांवों से लाया जाता था, जिन्हें हर मैच के लिए 400 रुपये दिए जाते थे।

 

इन मैचों का प्रसारण एप पर होता था और सट्टेबाजी से जुड़े लोग इसे एप पर देखते थे फिर सट्टा लगाते थे। गिरोह के लोगों के कहने पर चौके-छक्के और मैच का नतीजा तय होता था। खिलाड़ियों को जो करने के लिए बताया जाता था, वहीं वो करते थे।

सट्टेबाजी के इस पूरे गिरोह को रूस में आसिफ मोहम्मद नाम का शख्स चला रहा था। मैच भले ही गुजरात में खेले जा रहे थे, लेकिन इसका सारा कंट्रोल रूस से हो रहा था। आसिफ रूस में बैठकर मैच अधिकारी को निर्देश देता था। निर्देश के आधार पर चीजों को अंजाम दिया जाता था। अंपायर के पास वॉकी-टॉकी था, ताकि वह निर्देशों को सुन सके। मैचों का प्रसारण एप और यूट्यूब पर किया गया।

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