पैट कमिंस बने आईपीएल-2020 के लिए सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी

नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के लिए कोलकाता में गुरुवार को खिलाड़ियों की नीलामी प्रक्रिया हुई। नीलामी के लिए 971 खिलाड़ियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसमें से 332 खिलाड़ियों को नीलामी के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था, लेकिन गुरुवार को छह नए खिलाड़ियों को पूल में शामिल किया गया, जिसके बाद यह संख्या 332 से बढ़कर 338 हो गई। इसके बाद प्लेयर ऑक्शन में 62 खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजियों ने खरीदा। इसमें 33 भारतीय एवं 29 विदेशी खिलाड़ी शामिल रहे। फ्रेंचाइजियों ने इन खिलाड़ियों को खरीदने में 140.3 करोड़ रुपये खर्च किए।

इस बार प्लेयर ऑक्शन में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस सबसे मंहगे खिलाड़ी के रूप में बिके। उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने 15.50 करोड़ रुपये में खरीदा। उनका बेस प्राइस दो करोड़ रुपये था। इसी के साथ कमिंस आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे गेंदबाज एवं सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने हैं। ऑस्ट्रेलिया के ही हरफनमौला खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल दूसरे सबसे मंहगे खिलाड़ी रहे। मैक्सवेल को किग्स इलेवन पंजाब ने 10.75 करोड़ में खरीदा।

2008 में शुरू हुई इस लीग ने देश में क्रिकेट को बदला। लीग में कई बदलाव भी देखने को मिले। खिलाड़ियों पर पैसों की बारिश हुई। हर सीजन में प्लेयर ऑक्शन ने कई खिलाड़ियों को मालामाल कर दिया। इस बार जहां ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस पर सबसे ज्यादा 15.50 करोड़ रुपये की बोली लगी और आईपीएल इतिहास के दूसरे सबसे मंहगे खिलाड़ी बने। वहीं, पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह नंबर एक पर हैं। साल 2015 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) की टीम ने 16 करोड़ की उंची बोली लगाकर उन्हें खरीदा था। इसी तरह हर सीजन में अलग-अलग महंगे खिलाड़ी सामने आए हैं, तो चलिए जानते हैं हर सीजन को महंगे खिलाड़ी के बारे में।

सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी :

वर्ष 2008- महेंद्र सिंह धोनी (चेन्नई सुपर किंग्स)- 9.5 करोड़
आईपीएल साल 2008 में शुरू हुआ और इसके पहले सीजन में पूर्व भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी बने थे। धोनी को चेन्नई सुपर किंग्स ने 9.5 करोड़ में लिया था।
उनकी कप्तानी में टीम फाइनल तक पहुंची और फाइनल में राजस्थान रॉयल्स से हार गई। उन्होंने 16 मैचों में 41.40 की औसत से 414 रन बनाए।

वर्ष 2009- केविन पीटरसन (आरसीबी), एंड्रयू फिल्टॉफ (सीएसके)- 9.8 करोड़
आईपीएल ऑक्शन-2009 में सबसे बड़ी बोली लगाने वाली टीम बनी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और चेन्नई सुपर किंग्स। एंड्रयू फ्लिंटॉफ को चेन्नई सुपर किंग्स ने और केविन पीटरसन को रॉयल चैलेंजर बैंगलोर ने खरीदा। फ्लिंटॉफ तीन मैचों में केवल 62 रन बना पाए और केवल दो ही विकेट ले पाए। दूसरी तरफ पीटरसन ने आरसीबी की तरफ से खेलते हुए 06 मैचों में केवल 93 रन बनाए। उनकी कप्तानी बहुत प्रेरणादायक नहीं रही और उनकी जगह अनिल कुंबले को कप्तानी सौंप दी गई।

वर्ष 2010- कीरोन पोलार्ड- मुंबई इंडियंस- 3.5 करोड़
वेस्टइंडीज के कीरोन पोलार्ड इस सीजन में हॉट खिलाड़ी थे। मुंबई इंडियंस ने उन्हें साढ़े तीन करोड़ में खरीदा। मुंबई इंडियंस का पोलार्ड पर पैसा लगाना सही साबित हुआ है। उन्होंने 14 मैचों में 185 की स्ट्राइक रेट से 273 रन बनाए और 15 विकेट भी लिए। उनका इकोनॉमी रेट 7.40 रहा।

वर्ष 2011- गौतम गंभीर- कोलकाता नाइट राइडर्स- 11.04 करोड़
गौतम गंभीर को केकेआर ने 11.04 करोड़ रुपये की महंगी कीमत पर खऱीदा। गंभीर ने 15 मैचों में 34.36 की औसत से 378 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 119.24 का रहा।

वर्ष 2012- रवींद्र जडेजा- चेन्नई सुपर किंग्स- 9.72 करोड़
स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को चेन्नई सुपर किंग्स ने 9.72 करोड़ में खरीदा। जडेजा ने 19 मैचों में 15.91 की औसत से 191 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 126.49 रहा।

वर्ष 2013- ग्लेन मैक्सवेल, मुंबई इंडियंस- 5.3 करोड़
इस साल मुंबई इंडियंस ने ग्लेन मैक्सवेल की सेवाएं 5.3 करोड़ में खरीदा। हालांकि वह केवल 3 मैच खेले और उन्हें 36 रन बनाए।

वर्ष 2014- युवराज सिंह, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर- 14 करोड़
युवराज सिंह के लिए केकेआर, किंग्स इलेवन, और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच कड़ी बोली लगी। अंततः आरसीबी ने उन्हें 14 करोड़ रुपए में खरीदा। बाएं हाथ के इस ऑलराउंडर ने 376 रन बनाए। इसमें उन्होंने रिकॉर्ड 28 छक्के लगाए। लेकिन आरसीबी की टीम अंक तालिका में सातवें स्थान पर रही।

वर्ष 2015- युवराज सिंह, दिल्ली डेयरडेविल्स- 16 करोड़
साल 2015 के ऑक्शन में युवराज पर एक बार फिर पैसों की बारिश हुई। युवराज को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 16 करोड़ में खरीदा। युवराज को मिली इस कीमत ने आईपीएल नीलामी के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। हालांकि युवराज 14 मैचों में 248 रन ही बना पाए और दिल्ली अंक तालिका में सातवें नंबर पर रही।

वर्ष 2016- शेन वॉटसन, रायल चैलेंजर्स बैंगलोर- 9.5 करोड़
साल 2017 के प्लेयर ऑक्शन में आरसीबी ने ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन को 9.5 करोड़ में खरीदा। वॉटसन ने 16 मैचों में केवल 179 रन बनाए और 29 विकेट लिए।

वर्ष 2017- बेन स्टोक्स, राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स- 14.5 करोड़
साल 2017 के प्लेयर ऑक्शन में इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स सभी को चौंकाते हुए सबसे महंगे खिलाड़ी बनें। उन्हें राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स ने 14.5 करोड़ रुपये में खरीदा। वह सबसे मूल्यवान खिलाड़ी साबित हुए। उहोंने 12 मैंचों में 316 रन बनाए। इनमें 15 छक्के भी शामिल थे। साथ ही उन्होंने 12 विकेट भी लिए।

वर्ष 2018- बेन स्टोक्स, राजस्थान रॉयल्स- 12.5 करोड़
इस बार बेन स्टोक्स को राजस्थान रॉयल्स ने 12.5 करोड़ में खरीदा। स्टोक्स ने 13 मैचों में 121.73 की औसत से 196 रन बनाए और 8 विकेट लिए।

वर्ष 2019- जयदेव उनादकट (राजस्थान रॉयल्स) , वरुण चक्रवर्ती (किंग्स इलेवन पंजाब)- 8.4 करोड़
राजस्थान रॉयल्स ने उनादकट को और किंग्स इलेवन पंजाब ने वरुण को 8.4 करोड़ में खरीदा। उनादकट ने 11 मैचों में 10 विकेट लिए उनका इकोनॉमी रेट 10.66 का रहा। जबकि दूसरी तरफ वरुण ने तीन ओवरों में ही 35 रन दिए और उन्हें केवल एक विकेट मिला।

-आईपीएल-2020 के लिए पैट कमिंस बने सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी- 15.5 करोड़
इस बार प्लेयर ऑक्शन में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस सबसे मंहगे खिलाड़ी के रूप में बिके। उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने 15.50 करोड़ रुपये में खरीदा। उनका बेस प्राइस दो करोड़ रुपये था। इसी के साथ कमिंस आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी बने हैं।

Show comments
Share.
Exit mobile version