उत्तर कोरिया। उत्तर कोरिया पिछले कुछ समय से दो वजहों से सुर्खियों में रहा है. ये देश या तो भुखमरी और कोरोना के कारण जूझने के चलते चर्चा में है या फिर मिसाइल लॉन्च कर अमेरिका के निशाने पर बना हुआ है. उत्तर कोरिया बीते कुछ दिनों में तीन बार मिसाइल लॉन्च करने के बाद एक बार फिर रहस्यमयी चीज को समुद्र में लॉन्च करने के साथ ही चर्चा में है.
साउथ कोरिया के जॉइन्ट चीफ ऑफ स्टाफ का कहना है कि उत्तर कोरिया ने एक बार फिर रहस्यमयी हथियार को ईस्ट सी की तरफ लॉन्च किया है. हालांकि अभी तक ये साफ नहीं है कि उत्तर कोरिया ने कौन सा हथियार लॉन्च किया है लेकिन माना जा रहा है कि किम जोंग उन ने इस परीक्षण के सहारे एक और मिसाइल को टेस्ट किया है.
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया इससे पहले क्रूज मिसाइल को भी लॉन्च कर चुका है. सियोल के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने एक बयान में कहा कि परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया ने पूर्वी तट से समुद्र में ‘दो अज्ञात चीजों को दागा है. उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी खुफिया एजेंसियां इसकी विस्तृत जांच कर रही हैं.
हालांकि, इस मामले में उन्होंने ये नहीं बताया कि इन मिसाइल्स की रेंज कितनी थी. गौरतलब है कि ये मिसाइल लॉन्च तब सामने आया है जब चीन के विदेश मंत्री वान्ग यी दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री से मिलने सियोल पहुंचे हैं. योनहैप न्यूज एजेंसी के अनुसार, वांग ने उत्तर कोरिया की मिसाइल लॉन्च की खबर आने से पहले एक बयान दिया था.
इस बयान में उन्होंने उम्मीद जताई थी कि सभी देश कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति और स्थिरता के लिए मदद करेंगे. उन्होंने कहा था कि सिर्फ उत्तर कोरिया ही नहीं बल्कि कुछ और देश भी मिलिट्री गतिविधियों में लगे हुए हैं और इस क्षेत्र से जुड़े देशों को बातचीत पर ध्यान देना चाहिए.
गौरतलब है कि अमेरिका का रक्षा विभाग पेंटागन इससे पहले भी नॉर्थ कोरिया के मिसाइल प्रोग्राम को लेकर चिंता जाहिर कर चुका है. पेंटागन के मुताबिक, इससे साफ होता है कि उत्तर कोरिया अपनी सैन्य क्षमताओं को तेजी से विकसित कर रहा है जो पड़ोसी देशों के साथ ही इंटरनेशनल कम्युनिटी के लिए भी खतरा हो सकता है.
बता दें कि इसी साल किम जोंग उन ने अमेरिकी प्रतिबंधों और दबाव के बीच अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को मजबूत बनाने का फैसला किया था. यही कारण है कि पिछले कुछ तीन दिनों में उत्तर कोरिया में बैक टू बैक मिसाइल टेस्टिंग चल रही है. उत्तर कोरिया ने इससे पहले क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है जो 1500 किलोमीटर दूर अपने टारगेट पर सटीक वार कर सकती है.