अर्जेंटीना सरकार ने कोरोनावायरस के प्रकोप को रोकने के लिए किए गए उपायों की फंडिंग के लिए अमीरों पर टैक्स लगाया है। इससे देश के 12,000 अमीर प्रभावित होंगे। देश की संसद ने इसे मंजूरी दे दी है। इससे मिलने वाली राशि का इस्तेमाल कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में किए गए उपायों के लिए किया जाएगा।
इस टैक्स से संबंधित विधेयक पर सीनेट में हुई चर्चा को यूट्यूब पर लाइव दिखाया गया। लंबे समय तक चली तीखी बहस के बाद 42 सांसदों ने इसके पक्ष में और 26 ने विरोध में वोट दिया। इससे राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज की सरकार को इससे 300 बिलियन पेसो (3.75 अरब डॉलर) जुटाने की उम्मीद है। चेंबर ऑफ डेप्युटीज पहले ही इसे 115 के मुकाबले 133 वोट से मंजूरी दे चुकी है। अर्जेंटीना की 4.4 करोड़ की आबादी कोरोनावायरस से बुरी तरह प्रभावित हुई है। जॉन हॉपकिंस युनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना के 14 लाख से अधिक मामले आ चुके हैं और 39,500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। महामारी से देश में बेरोजगारों की संख्या और गरीबी की दर बढ़ गई है। देश पहले ही 2018 से मंदी के दौर से गुजर रहा है।
इस योजना के तहत उन लोगों को टैक्स देना पड़ेगा जिनकी घोषित संपत्ति 20 करोड़ से अधिक है। उन्हें देश की संपत्ति पर 3.5 फीसदी और विदेश की संपत्ति पर 5.25 फीसदी टैक्स देना होगा। इससे मिलने वाली राशि में से 20 फीसदी मेडिकल सप्लाई के लिए जाएगी, 20 फीसदी छोटे और मझोले कारोबारियों को मिलेगी, 15 फीसदी सामाजिक विकास पर खर्च होगी, 20 फीसदी स्टूडेंट स्कॉलरशिप में जाएगी और 25 फीसदी नेचुरल गैस वेंचर्स में निवेश होगी। इससे करीब 12,000 टैक्सपेयर्स प्रभावित होंगे।