वाशिंगटन /तेहरान। यूक्रेन के यात्री विमान को ईरानी सेना की ओर से मार गिराए जाने के विरोध में तेहरान और अन्य शहरों में हज़ारों लोगों का ग़ुस्सा फ़ूट कर सामने आ रहा है। इन प्रदर्शनकारियों के ग़ुस्से का कारण यह है कि ईरानी प्रशासन ने यूक्रेन विमान को मिसाइल से मार गिराए जाने की घटना के तीन दिन बाद यह स्वीकार किया कि मानवीय त्रुटि के कारण यह घटना हुई। हालांकि इस पर राष्ट्रपति हसन रूहानी माफ़ी मांग चुके हैं।
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को ट्वीट कर इन प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है। इस विरोध प्रदर्शन के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अंग्रेजी और फ़ारसी दोनों में ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में ट्रंप ने लिखा है, “ईरान की बहादुर जनता, मैं राष्ट्रपति बनने के बाद से ही आप लोगों के साथ खड़ा हूं। मेरी सरकार आप लोगों के साथ रहेगी।हम लोग आपके प्रदर्शन पर नज़र बनाए हुए हैं। आपका साहस प्रेरक है।” अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भी ईरान के विरोध प्रदर्शन के वीडियो को ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, “ईरान के लोगों की आवाज़ स्पष्ट है। वे ईरानी सरकार के झूठ, भ्रष्टाचार, अयोग्यता और ख़मेनी के नेतृत्व वाली सेना के आंतक से तंग आ चुकी है। हम लोग ईरान की जनता के साथ खड़े हैं, जो बेहतर भविष्य के हक़दार हैं।”
इस यात्री विमान में चालक दल के सदस्यों सहित 176 यात्री थे, जो सभी मौत के मुंह में चले गए। इसमें ईरान सहित कनाडा के अनेक यात्री सवार थे। ईरान के हज़ारों प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को तेहरान में अयातुल्ला खमेनी से त्याग पत्र दिए जाने की भी मांग की। ये छात्र शरीफ़ और आमिर कबीर यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे, जिन पर पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने को मजबूर होना पड़ा। ये छात्र इस विमान को मार गिराए जाने के विरोध में दोषी लोगों को सज़ा दिए जाने और अयातुल्ला खमेनी से पद से त्याग पत्र दिए जाने की मांग कर रहे थे। यूक्रेन का बोइंग विमान 737-800 की उड़ान संख्या पीएस 752 तेहरान से कीव की ओर जा रही थी। उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही यह विमान ज़मीन पर आ गिरा था।