नई दिल्ली। ह्यूस्टन के हाउडी मोदी आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कविता की पंक्तियां सुनाईं- `वो जो मुश्किलों का अंबार है/ वही तो मेरे हौसलों की मीनार है।’
नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने साफ कर दिया कि चुनौतियों और मुश्किलों का पहाड़ ही उन्हें अपने जज्बे और हौसलों की मीनार बनाने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने भारत-अमेरिका कारोबारी रिश्तों को न केवल सहज बल्कि समृद्ध बनाने के इरादे से कहा कि जल्द ही उनकी ट्रंप से कारोबार के सिलसिले में बातचीत होने वाली है, उम्मीद है नतीजे अच्छे होंगे। उन्होंने कहा कि ट्रंप उन्हें टफ निगोशिएटर कहते हैं, लेकिन वो खुद भी आर्ट ऑफ डील के माहिर हैं।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का नाम हाउडी मोदी है लेकिन मोदी अकेले कुछ नहीं है। वे 130 करोड़ भारतीयों के आदेश पर काम करने वाले साधारण व्यक्ति हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को याद दिलाया- `आपने 2017 में मुझे अपने परिवार से मिलवाया था। आज मैं आपको मेरे परिवार से मिलवा रहा हूं।’ यह कहते हुए नरेंद्र मोदी ने एनआरजी स्टेडियम में मौजूद 50 हजार भारतीय दर्शकों की तरफ इशारा किया।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी भारत-अमेरिकी व्यापारिक रिश्तों की चर्चा करते हुए कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि अमेरिका की बनी शानदार चीजें भारतीयों तक पहुंचे। विश्वस्तरीय अमेरिकी प्रॉडक्ट एनबीए बास्केट बॉल गेम इंडिया पहुंच रहा है। ट्रंप ने रोचक अंदाज में नरेंद्र मोदी से पूछा- अगले सप्ताह मुंबई एनबीए बास्केट बॉल इवेंट कर रहा है। इस इवेंट में क्या मैं भी आ सकता हूं?
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