काठमांडू: एक नाटकीय घटनाक्रम में प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने मंगलवार को नेपाल की संसद में विश्वास का मत हासिल कर लिया। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी यूएमएल के समर्थन से प्रधानमंत्री बने पुष्प कमल दहल प्रचंड ने विपक्षी दल नेपाली कांग्रेस सहित अन्य दलों के समर्थन करने से भारी बहुमत से विश्वास मत हासिल किया। नेपाली कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन को तोड़ कर ओली के समर्थन से सरकार बनाने वाले प्रचंड ने विश्वास मत की पूर्व संध्या पर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष तथा निवर्तमान प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउवा से मुलाकात कर विश्वास का मत देने का आग्रह किया था। नेपाली कांग्रेस ने आज सदन में मतदान से पहले ही प्रचंड के पक्ष में समर्थन देने का फैसला किया।
कांग्रेस के इस फैसले पर केपी ओली ने कहा कि अब संसद विपक्ष विहीन हो गया है। विश्वास मत के दौरान देउवा, ओली और प्रधानमंत्री प्रचंड के बीच संसद विघटन को लेकर एक दूसरे पर कटाक्ष भी किया था। लेकिन 275 वाले प्रतिनिधि सभा में प्रचंड के पक्ष में 272 सांसदों का समर्थन है। सिर्फ दो सांसदों ने विपक्ष में मतदान किया तो कांग्रेस के एक सांसद निलंबित होने के कारण मतदान नहीं कर सके।
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