इस्लामाबाद। सेना के स्कूल और मलाला युसुफजई पर हमला करने का दोषी पाकिस्तान तालिबान का पूर्व प्रवक्ता एहसान-उल्ला-एहसान पाकिस्तान की आर्मी जेल से भाग गया है।

गुरुवार को अपने जारी किए गए एक ऑडियो संदेश में वह कह रहा है कि वह पाकिस्तान की जेल से भागने में मैं कामयाब हो गया हूं। लेकिन, पाकिस्तान की सेना ने इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

वीडियो में एहसान कह रहा है कि मैं एहसान-उल्ला-एहसान हूं। मैं तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का पूर्व प्रवक्ता हूं। मैने पाकिस्तानी सुरक्षा प्रशासन के सामने 05 फरवरी 2017 को एक समझौते के तहत आत्मसमर्ण कर दिया था। मैने तीन साल तक इसका सम्मान किया, लेकिन पाकिस्तानी प्रशासन ने इसका उल्लंघन किया और मुझे मेरे बच्चों के साथ जेल में रखा। उसने कहा कि वह विस्तृत बयान बाद में जारी करेगा, जिसमें इस समझौते के बारे मे बताएगा। अगर यह क्लिप सही साबित हुई तो तालिबान के खात्मे के लिए अभियान चला रहे पाकिस्तान के लिए यह एक बड़ा झटका साबित होगा।

उल्लेखनीय है कि सबसे युवा नोबेल शांति पुस्कार विजेता मलाला युसुफजई को 2012 में महिला शिक्षा के लिए अभियान के दौरान पाकिस्तान की स्वात घाटी में एक बंदूकधारी ने गोली मार दी थी। वहीं, 16 दिसंबर 2014 को पेशावर के आर्मी स्कूल पर हुए हमले में 132 छात्रों समेत 149 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले में भी एहसान शामिल था।

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