वाशिंगटन। अमेरिका ने चीन पर लगे करेंसी में हेरफेर करने का आरोप हटा लिया है। अमेरिका ने ढाई दशक पहले चीन पर आरोप लगाया था कि वह अपने आयात-निर्यात की दृष्टि से करेंसी में हेरफेर कर रहा है। अमेरिका और चीन के बीच व्यापार जंग की दृष्टि से इस आरोप को वापस लेने के कृत्य को बड़ा महत्व दिया जा रहा है। अमेरिका ने कहा है कि चीन ने यह स्वीकार कर लिया है कि वह अब भविष्य में अपने माल का निर्यात करने के लिए अपनी करेंसी का अवमूल्यन नहीं करेगा।
अमेरिका और चीन के बीच पिछले 18 महीनों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार असंतुलन को ले कर जंग छिड़ी हुई है। चीनी प्रतिनिधि मंडल व्यापार जंग को विराम देने और पहले दौर की बातचीत को अंतिम रूप देने के लिए राजधानी पहुंच चुका है। उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के बीच इस सप्ताह किसी भी दिन दोनों देशों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हो जाएंगे।
अमेरिका के ट्रेज़री सचिव स्टीवन मनुचिन ने सोमवार को कहा कि चीन ने ज़ोर दे कर कहा है कि वह अन्तरराष्ट्रीय बाज़ार में अपना माल बेचने के लिए अपनी करेंसी युआन का अवमूल्यन नहीं करेगा। इसके साथ ही सोमवार को डालर के मुक़ाबले में चीनी करेंसी युआन में मामूली वृद्धि हो गई है। इस वृद्धि का क्रम अगस्त, 2019 से सतत चल रहा है।