बक्सर| बारह वर्ष पूर्व खिलाफतपुर गाँव राजपुर थाना बक्सर (बिहार )से भूलवश पंजाब (भारत )की सीमा पार कर पाकिस्तान पहुचा छवि कुमार नामक युवक एक लम्बे अंतराल के बाद पाकिस्तानी जेल से रिहा होकर आज अपने गाँव वापस आगया है |आज राजपुर थाना परिसर में खिलाफतपुर गाँव को लोग सुबह से ही डेराडंडा जमाए हुए थे |इस भीड़ में वह माँ भी थी जिससे वर्षो पूर्व उसका लाल बिछ्ड गया था |छवि को मृत समझ कर माँ ने तो उसका दाह संस्कार तक कर डाला था |आज वही माँ साक्षात अपने पुत्र को परोक्ष देख निहाल हुए जा रही थी |माँ आखिर माँ होती है बारह वर्ष पूर्व बिछड़े छवि के शारीरिक बनावट में भले ही बदलाव हुआ है पर पहली नजर में ही थाना परिसर में अपने बेटे को देखते ही माँ अपने बेटे से लिपट गई |पुत्र ने भी माँ के पैर छू कर अपने होने का एहसास कराया यह क्षण ऐसा था कि भीड़ में उपस्थित हर लोगो की आंखे नम हुई |

पाकिस्तानी सरकार द्वारा गत दिनों भारत – पाकिस्तान अटारी बोर्डर पर पाक रेंजरो द्वारा छवि को बीएस8फ़ के माध्यम से गुरुदासपुर पंजाब (भारत )के डीएम् के हवाले किया गया था |जहा गुरुदासपुर डीएम् की सूचना पर बक्सर डीएम् के निर्देश पर राजपुर थाना प्रभारी के नेतृत्व में छवि कुमार के परिजन भी उसे लेने के लिए गत शनिवार को ही गुरुदासपुर रवाना हो गये थे |टीम आज छवि के साथ वापस लौटी है |

लगभग 20 वर्ष का शादीसुदा छवि आज से बारह वर्ष पूर्व अपने ससुराल आरा (भोजपुर जिला )से अपने पैत्रिक गाँव बक्सर आने के दौरान गलत ट्रेन में चढने की वजह से बक्सर से पंजाब पहुच गया था |मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर छवि पंजाब पहुचने के बाद बहुत दिनों तक भिक्षाटन कर जीवित रहा |इसी बीच वह कब पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश कर गया खुद उसे मालुम नही |छवि पाकिस्तान में पहुचने के बाद भी सात वर्षो तक पाकिस्तानी आवाम के बीच भिक्षाटन कर अपना भोजन जुटाता रहा |इसी दौरान पाकिस्तान पुलिस की नजर छवि पर पड़ी फिर भारतीय भेदिये के जुर्म में छवि को पाकिस्तानी जेल में डाल दिया गया |

दिसम्बर 2021 को जब पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत के विदेश मंत्रालय को यह सूचित किया कि बक्सर (बिहार )का रहनेवाला युवक छवि कुमार को अब रिहा किया जारहा है |पाकिस्तान के जेल में बंद छवि के द्वारा अपना नाम पता बताये जाने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा छवि के बताये नाम पता का बक्सर एसपी के द्वारा भेरीफिकेशन कराए जाने के बाद एक प्रतिवेदन भारतीय विदेश मंत्रालय को सुपुर्द कर दिया गया |इसके बाद दोनों ही देशो के बीच कुछ कागजी औपचारिकत पूरी होने के बाद अंततः छवि को पाकिस्तान सरकार द्वारा अटारी बोर्डर पर रिहा कर दिया गया |

गौरतलब बात है कि चौदह वर्ष पूर्व बीस वर्ष के आयु में छवि की शादी परिजन द्वारा कर दी गई थी जिससे छवि को एक पुत्र भी है |हातासा की आगोश में आये छवि के परिजन जब उसे मृत समझ कर उसका क्रिया कर्म कर दिया ,तो पत्नी ने भी अपने मैके और ससुराल वालो की सहमती से दूसरी शादी रचा डाली |अब जब की छवि की सहीसलामत वतन वापसी हुई है तो क्या छवि अपने पुत्र को अपनाने के लिए कानून का सहारा लेगा या पत्नी पुत्र को वापस छवि को देने पर राजी होगी |

थाना परिसर में छवि की माँ वृति देवी ने बताया की वह अपने पुत्र की दूसरी शादी करेगी |
राजपुर थाना पुलिस ने कहा की कुछ कागजी कारवाई पूरी कर हम छवि को परिजन के हवाले कर देंगे |छवि के आने की ख़ुशी में ग्रामीणों द्वारा आज सामूहिक भोज का आयोजन किया जा रहा है |

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