बिहार| हम आपको एक ऐसी किसान की कहानी बताएंगे जिसने दूसरे किसानों के लिए एक मिसाल तैयार कर दी है| ये कहानी समस्तीपुर जिले से 45 किलोमीटर दूर हसनपुर प्रखंड के नयानगर पंचायत के सुधांशु कुमार की है| सुधांशु अपने 70 बीघा जमीन में आधुनिक तरीके से खेती कर 80 लाख रुपये तक सालाना कमाई करते है|

दरअसल, सुधांशु ने केरल में टाटा टी गार्डन में सहायक प्रबंधक की एक नौकरी की, लेकिन काम में मन ना लगने के कारण वह नौकरी को छोड़ कर गांव में खेती  खेती करने लगे| सुधांशु के पिता चाहते थे की उनका बीटा सिविल सर्विसेज कर आईएएस बने| लेकिन सुधांशु ने खेती करने की ठान ली थी| 1990 में सुधांशु ने पिता से 5 एकड़ भूमि लेकर वैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल करते हुए खेती करना शुरू कर दिया|

कैसे करते है सुधांशु खेती

सुधांशु कुमार टपकन प्रणाली और माइक्रो स्प्रिंकलर की मदद से बगीचे की सिंचाई करते हैं जो लीची के बागान में तापमान बनाने में मदद करती है| साथ ही 70 बीघा में खेत की निगरानी, सिंचाई और पौधों तक खाद पहुंचाने के लिए सुधांशु ने  अपने खेत को वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट नेटवर्क से जोड़ दिया है| वही सुधांशु ने खेत में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है, जिसे स्मार्टफोन और लैपटॉप से जोड़ कर सिंचाई प्रणाली को दुनिया भर में कहीं से भी नियंत्रित कर अपने खेतों को समय पर सिंचाई और खाद आधुनिक तकनीक से देते हैं|

क्या- क्या है सुधांशु के खेतों में

सुधांशु कुमार ने 70 बीघे के खेत में 27000 फलों के पेड़ लगाए हुए हैं, जिसमें  आम, लीची, अमरूद, केला, मौसमी, शरीफा, नींबू, जामुन, बैर, बेल, कटहल, चीकू और मीठी इमली की खेती करते हैं| यही नहीं सुधांशु ने खेती के अलावा कड़कनाथ मुर्गी पालन और डेयरी का भी कारोबार शुरू किया है| खेत मे कड़कनाथ मुर्गे के 500 चूजे का एक पॉल्ट्री फार्म है और वह अलग- अलग नस्ल के गाय को रख कर डेयरी प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहे हैं|

 

कितनी है आमदनी  

सुधांशु की सालाना आमदनी 80 लाख रुपये के करीब है| उन्होंने बताया की सिर्फ लीची से 22 लाख, आम से 13 लाख और केले से 35 लाख रूपये तक की आमदनी होती है| और डेयरी एवं मुर्गी फार्म की बिक्री मिलाके टर्नओवर 80 लाख तक चल जाता है|

सुधांशु के पास है कितने पुरस्कार

  • उन्नत तकनीक से खेती करने को लेकर सुधांशु को कई अवार्ड मिल चुके हैं|
  • साल 2010 में उन्हे जगजीवन राम अभिनव किसान पुरस्कार दिया गया|
  • बागवानी के विकास के लिए सोसाइटी से बेस्ट मैंगो ग्रोअर अवार्ड मिला|
  • द कंटेम्पररी बायोलॉजिस्ट के इंटरनेशनल कंसोर्टियम से रोल मॉडल अवार्ड और माधवी-श्याम एजुकेशनल ट्रस्ट के न्यासी बोर्ड से सम्मानित किया गया|
  • साल 2014 में महिन्द्रा समृद्धि इंडिया एग्री अवार्ड्स से भी नवाजा जा चुका है|
  • इतना ही नहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी सुधांशु कुमार की आधुनिक तकनीक की खेती करने की चर्चा सुनकर उनके खेतों का जायजा 2019 में ले चुके हैं|

 

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