बेगूसराय। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का यह आठ साल कांग्रेस के 60 साल पर भारी है। भारत आत्मविश्वास के साथ विश्व नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है। युवराज विदेश में भी देश को गाली देते हैं, जबकि मोदी ने आत्मनिर्भर भारत को मजबूत आधार दिया है। नरेन्द्र मोदी सरकार के आठ साल पूरा होने पर बरौनी रिफाइनरी गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में गुरुवार को यह बातें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कही।

गिरिराज सिंह ने कहा कि भारत हर आयाम पर प्रगति कर रहा है, आजादी के बाद पहली बार डिफेंस सेक्टर एक्सपोर्ट कर रहा है, पर्यावरण हितैषी इंधन और ऊर्जा के क्षेत्र में देश आत्मनिर्भर बन रहा है। बिहार में इथेनॉल प्लांट लगने का सिलसिला शुरू हो गया है। किसी भी देश का आकलन अर्थ और इंफ्रास्ट्रक्चर से किया जाता है। 2014 का बजट 16.65 लाख करोड़ का था, 2022 में यह बजट दोगुना से भी अधिक बढ़कर 47.7 लाख करोड़ का हो गया।

मोदी सरकार ने केवल बजट का आकार ही नहीं बढ़ाया, आमदनी भी बढ़ाई। 2013-14 में एफडीआई 36 बिलियन डॉलर था, आज बिलियन डॉलर है, विदेशी मुद्रा भंडार 300 बिलियन डॉलर से बढ़कर 607 बिलियन डॉलर हो गया। 2013-14 में 19 लाख करोड़ का एक्सपोर्ट आज 53 लाख करोड़ का हो गया है। रेलवे में नौ किलोमीटर की गति से बनने वाला रेल लाइन 22 किलोमीटर की गति से बन रहा है। एनएच 1289 किलोमीटर प्रतिवर्ष बनता था, आज चार हजार किलोमीटर प्रति वर्ष बन रहा है।

कोरोना काल में पूरी दुनिया में 70 लाख लोग भूख की चपेट में आए, लेकिन मोदी के संकल्प और मैनेजमेंट ने भारत को भूख से बचाया, 80 करोड़ से अधिक लोगों को दो साल से मुफ्त अनाज दिया जा रहा है। मोदी सरकार गरीब कल्याण की दिशा में लगातार काम कर रही है, जिसके कारण 2014 में 22 प्रतिशत पर रहने वाला गरीबी दस प्रतिशत पर आ गया है। मेडिकल सीट 82 हजार से बढ़ाकर डेढ़ लाख से अधिक कर दिया गया, कॉलेज तीन सौ से बढ़कर छह सौ से अधिक हो गए, एम्स की संख्या सात से बढ़कर 22 हो गई, अब सरकार हर जिला में मेडिकल कॉलेज खुलेगा।

क्लीन एनर्जी ग्रीन एनर्जी के लिए 2.6 गीगावाट वाला सोलर एनर्जी करीब एक सौ गीगावाट पर पहुंच गया है। मोदी सरकार की एक बड़ी ताकत डीबीटी है, देश में 22.63 लाख करोड़ डीबीटी किया गया, जिसमें बिहार को 54768 करोड़ मिला। देश में 12.41 करोड़ किसानों को किसान सम्मान का लाभ मिल रहा है, जिसमें बिहार के 85 लाख किसान हैं। उज्जवला योजना के तहत दस करोड़ गैस कनेक्शन किए गए, जिसमें बिहार में 85.63 लाख कनेक्शन दिया गया। सरकार ने 11 करोड़ शौचालय दिया तो बिहार के भी 1.18 करोड़ को इसका लाभ मिला।

मनरेगा को शुरू करने वाली सरकार ने उसे बंद करने का प्लान बनाया, लेकिन मोदी ने सत्ता में आते ही कहा कि हम इसे बंद नहीं करेंगे तथा बिचौलिया और भ्रष्टाचार से मुक्त कराएंगे। 2007 से 2013 तक 1660 करोड़ श्रम दिवस सृजित किया गया, 2014 से 22 तक 25 सौ करोड़ श्रम दिवस सृजित किया जा चुका है। उस सरकार ने 5.39 लाख कार्य पूर्ण किए थे, अब 34.15 लाख कार्य पूर्ण हो चुका है। कांग्रेस सरकार के 29 साल में तीन करोड़ 25 लाख लोगों को घर मिला, लेकिन मोदी ने अपने आठ साल के कार्यकाल में तीन करोड़ से अधिक घर बनवा दिया, 53 लाख आवास का आवंटन बिहार को मिला है।

मोदी काल में सिर्फ शिलान्यास नहीं उद्घाटन भी हुआ, जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण है बिहार का एकलौता बरौनी खाद कारखाना अब कभी भी शुरू हो सकता है। बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की कृति को मोदी सरकार पुनर्जीवित कर रही है। उन्होंने रिफाइनरी का राजनीतिक शोषण किया था, मोदी सरकार 25 हजार करोड़ से अधिक की लागत से विस्तारीकरण कर रही है। प्रति व्यक्ति एक सौ के बदले सात सौ खर्च हो रहा है, वाइब्रेंट पंचायत, आत्मनिर्भर पंचायत बन रहा है, शहर की तर्ज पर गांव के विकास का भी मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। प्रेसवार्ता में विधान पार्षद सह भाजपा के प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार, मीडिया सेल के प्रदेश संयोजक विधायक कुंदन कुमार एवं भाजपा जिलाध्यक्ष राज किशोर सिंह सहित अन्य प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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