पटना. बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री बिहार केसरी श्रीकृष्ण सिंह की 60वीं पुण्यतिथि पर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने श्रद्धांजलि देते हुए गलती कर दी. उन्होंने ट्वीट कर श्री कृष्ण सिंह की पुण्यतिथि पर नमन करते हुए ट्वीट किया, लेकिन, इसमें श्री कृष्ण सिंह की जगह बिहार के पहले उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री अनुग्रह नारायण सिंह की तस्वीर पोस्ट कर दी. इस पर JDU MLC और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव के ट्वीट का हवाला देकर कटाक्ष किया है.

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, पुण्यतिथि डॉ श्री कृष्ण सिंह की और फोटो श्रद्धेय स्वर्गीय अनुग्रह बाबू की. ज्ञान से घृणा अथवा सामाजिक घृणा का प्रकटीकरण है. उन्होंने इस पर बयान जारी कर कहा कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने अज्ञानता का भीषण तांडव मचाया है और महापुरुषों के चित्र के साथ भी फर्जीवाड़ा किया है. स्वभाविक है भाड़े के ज्ञान की यही दुर्दशा होती है.

बता दें कि बिहार के पहले सीएम श्री कृष्ण बिहार के कार्यकाल में जहां जमींदारी प्रथा समाप्त हुई, वहीं उनके कार्यकाल में बिहार में एशिया का सबसे बड़ा इंजीनियरिंग उद्योग, हैवी इंजीनीयरिंग कॉरपोरेशन, भारत का सबसे बड़ा बोकारो इस्पात प्लांट, देश का पहला खाद कारखाना सिंदरी में, बरौनी रिफाइनरी, बरौनी थर्मल पॉवर प्लांट, पतरातू थर्मल पॉवर प्लांट, मैथन हाइडेल पावर स्टेशन एवं कई अन्य नदी घाटी परियोजनाएं स्थापित की गईं.

वह एक ऐसा नेता थे जिनकी दृष्टि कृषि और उद्योग दोनों के संदर्भ में बिहार को पूरी तरह से विकसित राज्य के रूप में देखना था. कृष्ण सिंह का जन्म 21 अक्टूबर, 1887 को मुंगेर ज़िला में हुआ था जबकि निधन 31 जनवरी, 1961 में हो गया था. वे 1946 से 1961 तक अखंड बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे.

वहीं पहले अनुग्रह नारायण सिंह 1946 से 1957 तक बिहार के प्रथम उप मुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री रहे थे. भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, वकील, राजनीतिज्ञ तथा आधुनिक बिहार के निर्माता रहे थे. उन्हें ‘बिहार विभूति’ के रूप में जाना जाता था. अनुग्रह बाबू ने महात्मा गांधी एवं डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के साथ राष्ट्रीय आन्दोलन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

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