नई दिल्ली। साल 2021 के अंतिम महीने दिसंबर की विदाई के साथ नव वर्ष 2022 के आगमन की तैयारी है. उससे पहले इस महीने कई व्रत त्योहार आने वाले हैं. दिसंबर में मार्गशीर्ष मास की विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi), विवाह पंचमी (Vivah Panchami) या श्रीराम विवाहोत्सव, धनु संक्रांति, संकष्टी चतुर्थी, मोक्षदा एकादशी और क्रिसमस समेत 10 व्रत-त्योहार हैं. देखें पूरी लिस्ट…
07 दिसंबर, मंगलवार
विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी की पूजा का विधान है. इस दिन व्रत रखा जाता है और दोपहर के समय गणेश जी की पूजा होती है. शाम के समय में चंद्रमा का दर्शन नहीं किया जाता है, क्योंकि ऐसा करने से मिथ्या आरोप लगते हैं. विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी को दूर्वा अर्पित करने वे प्रसन्न होते हैं. उनको मोदक भी प्रिय है, इसका भोग लगाएंगे, तो अच्छा रहेगा.
08 दिसंबर, बुधवार
वहीं इसी दिन विवाह पंचमी भी है. मान्यता है कि भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को हुआ था. इस वजह से हर वर्ष इस तिथि को विवाह पंचमी या श्रीराम विवाहोत्सव मनाया जाता है. इस दिन अयोध्या और जनकपुर में विशेष तैयारियां होती हैं और राम जी की बारात निकाली जाती है.
14 दिसंबर, मंगलवार
मोक्षदा एकादशी: मोक्षदा एकादशी को प्रलोभन का नाश करने वाली एकादशी माना जाता है. कहते हैं जो कोई भी व्यक्ति मोक्षदा एकादशी के व्रत का पालन करता है और इस दिन विधि पूर्वक पूजा करता है, ऐसे व्यक्तियों के पूर्वजों को उनके कर्मों से मुक्ति मिलती है.
16 दिसंबर, गुरुवार
प्रदोष व्रत (शुक्ल पक्ष): प्रदोष व्रत चंद्र पखवाड़े के 13 वें दिन पड़ता है. यह बेहद पवित्र हिंदू व्रत है और भगवान शिव को समर्पित होता है. कहते हैं इस व्रत को करने से व्यक्ति को मोक्ष प्राप्त होती है और जीवन में सफलता प्राप्त अवश्य होती है.
धनु संक्रांति:
19 दिसंबर, रविवार
मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत: मार्गशीर्ष माह के दौरान शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली पूर्णिमा को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. इस दिन लोग व्रत करते हैं. माना जाता है इस व्रत के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
22 दिसंबर, बुधवार
संकष्टी चतुर्थी: संकष्टी चतुर्थी प्रत्येक माह में मनाया जाने वाला एक पवित्र व्रत होता है. कहा जाता है कि इस दिन जो कोई भी भक्त परम भक्ति, समर्पण और विधान से विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा करते हैं. उन्हें स्वास्थ्य, धन और जीवन में खुशियों का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
25 दिसंबर, शनिवार
क्रिसमस: क्रिसमस ईसाइयों का प्रमुख त्योहार है. दुनिया भर में इस दिन को बेहद ही खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन को ईसा मसीह के जन्म की स्मृति के रूप में भव्य रुप से मनाये जाने का विधान होता है. इस दिन लोग अपने प्रियजनों को उपहार और मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं और खुशियां बांटते हैं.
30 दिसंबर, गुरुवार
सफला एकादशी: पौष मास के कृष्ण पक्ष के दौरान आने वाली एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं. मान्यता है कि सफला एकादशी का व्रत और उपवास करने से भक्तों को जीवन में सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है.31 दिसंबर, शुक्रवार
प्रदोष व्रत (कृष्ण पक्ष): प्रदोष व्रत बेहद शुभ फलदाई और पवित्र हिंदू व्रत माना जाता है. यह व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है और बहादुरी, साहस, निर्भयता, और जीत का प्रतीक माना गया है.