नई दिल्ली। कोरोना की पहली लहर के दौरान ही ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से रोक दिया गया था. इस दौरान लोगों को काफी परेशानी भी हुई. लेकिन दूसरी लहर जैसे-जैसे धीमी पड़ी, भारतीय रेलवे ने ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया. हाल ही में रेलवे ने ट्रेनों से कोविड-19 स्पेशल ट्रेन का टैग भी हटा लिया. लेकिन ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के बाद बिना टिकट सफर करने वाले यात्रियों की भी काफी भरमार हो गई.
इसको ध्यान में रखते हुए अब रेलवे बिना टिकट यात्रा (without Ticket Travel) करने वालों के खिलाफ अभियान चला रहा है. इसी कड़ी में पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) के अंतर्गत आने वाले सभी पांच मंडलों में चेकिंग ड्राइव चलाया जा रहा है. जिसमें चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. पिछले 1 महीने में ईसीआर (ECR) के सभी मंडलों में चेकिंग के दौरान साढ़े तीन लाख से ज्यादा ऐसे लोगों को पकड़ा गया है, जो ट्रेनों में बिना टिकट यात्रा कर रहे थे. रेलवे ने बिना टिकट यात्रा कर रहे इन लोगों से तकरीबन 20 करोड़ का जुर्माना वसूला है.
दरअसल, पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) हाजीपुर जोन के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा द्वारा समय-समय पर उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्देश जारी किया है कि बिना टिकट अथवा उचित प्राधिकार के यात्रा करने वाले यात्रियों पर कड़ी निगाह रखी जाए. जिससे उचित टिकट के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े. इसी क्रम में पूर्व मध्य रेल के पांचों मंडलों में अधिकारियों की अलग-अलग टीम बनाकर स्टेशन एवं ट्रेनों में विशेष टिकट जांच अभियान चलाया जा रहा है.
रेलवे ने वसूला 20 करोड़ से अधिक जुर्माना
पिछले महीने यानी नवंबर, में बिना टिकट यात्रा के कुल 03 लाख 49 हजार 340 मामले सामने आए. जिन से जुर्माने के रूप में 20 करोड़ 10 लाख से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ. रेल अधिकारियों के अनुसार, कोविड काल के पूर्व नवंबर, 2019 की तुलना में नवंबर, 2021 में बिना टिकट यात्रा कर रहे लोगों से वसूला गया राजस्व 40.67 प्रतिशत अधिक है.
दानापुर मंडल में 91.50 हजार लोगों को बिना टिकट यात्रा करते कड़ा गया. जिनसे दंडस्वरूप लगभग 05 करोड़ 42 लाख रुपये रेल राजस्व के रूप में प्राप्त हुआ. इसी तरह सोनपुर मंडल में पकड़े गए 58.89 हजार लोगों से 03.38 करोड़ से अधिक रुपये वसूले गए. पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में 48.50 हजार लोगों से 02.70 करोड़ वसूले गए. वहीं, समस्तीपुर मंडल में 94.19 हजार लोगों से 06.16 करोड़ तथा धनबाद मंडल में बिना टिकट यात्रा करते हुए 56.27 हजार लोगों से 02.42 करोड़ से अधिक की राशि रेल राजस्व के रूप में प्राप्त हुई.
पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि पूर्व मध्य रेल द्वारा बिना टिकट यात्रा पर रोकथाम के लिए लगातार अभियान चलाये जा रहे हैं. ताकि बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों को रोका जा सके. राजेश कुमार ने बताया कि ऐसे यात्रियों की वजह से एक ओर जहां टिकट लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं, दूसरी ओर रेल राजस्व की भी हानि होती है. उन्होंने आगे बताया कि पूर्व मध्य रेल के पांचों मंडलों में बिना टिकट चेकिंग एवं बिना उचित प्राधिकार के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों की धरपकड़ के लिए निरंतर टिकट जांच की जा रही है और भविष्य में भी यह जारी रहेगी.