नई दिल्ली।बीते 24 घंटे में देश में 3,900 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं जबकि 195 लोगों की हुई है। देश में कोरोना मरीजों की तादाद बढ़कर 46 हजार से ज्यादा हो गई है।

भारत में डेली ग्रोथ रेट अब अमेरिका, इटली, ब्रिटेन जैसे कोरोना से सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों से भी ज्यादा है। अगर कोरोना संक्रमण से सबसे बुरी तरह प्रभावित प्रभावित 20 देशों में डेली ग्रोथ रेट देखें तो भारत में वायरस बहुत ही तेज रफ्तार से फैल रहा है। लॉकडाउन के बावजूद कोरोना की यह रफ्तार अब चिंता बढ़ाने वाली है।

22 मार्च को भारत में एवरेज डेली ग्रोथ रेट 19.9 प्रतिशत था। उस वक्त इटली को छोड़कर अमेरिका, रूस, ब्राजील और ब्रिटेन जैसे देशों में डेली ग्रोथ रेट भारत से काफी ज्यादा थी। हालांकि, देशव्यापी लॉकडाउन के बाद भारत में कोरोना के मामलों की डेली ग्रोथ रेट लगातार गिरने लगी। लॉकडाउन 2.0 के आखिरी दिन यानी 3 मई को डेली ग्रोथ रेट घटकर 6.1 प्रतिशत आ गई। इससे तो अच्छी तस्वीर उभर रही है लेकिन जब दूसरे देशों से तुलना करते हैं तब यही आंकड़ा डराने वाला महसूस होता है। 3 मई की बात करें तो भारत में डेली ग्रोथ रेट इटली (1.0%) के मुकाबले 6 गुना है। अमेरिका (2.7%) और ब्रिटेन (3.0%) के मुकाबले 2 गुना है। डेली ग्रोथ रेट के मामले में सिर्फ रूस (7.5%) और ब्राजील (7.4%) ही भारत से ऊपर हैं।

इटली से भी ज्यादा नए मामले भारत में

4 मई को इटली में 1221 नए केस सामने आए जबकि भारत में 2900 नए मामले सामने आए। इसी तरह 3 मई के आंकड़ों को देखें तो उस दिन भारत में कोरोना के नए मामले इटली से भी ज्यादा रहे जहां कुल केस 2 लाख से ऊपर पहुंच चुके हैं। 3 मई को भारत नए केसों के मामले में दुनिया में 5वें नंबर पर था। उस दिन देश में 2,644 नए मामले सामने आए, जबकि इटली में यह आंकड़ा 1,900 का था। नए केसों के मामले में भारत से ऊपर अमेरिका, रूस, ब्राजील और ब्रिटेन ही थे।

22 मार्च को खत्म हुए सप्ताह से लेकर 3 मई को खत्म हुए सप्ताह तक अगर भारत के डेली एवरेज केस की अन्य देशों से तुलना करें तो हालात की गंभीरता का अंदाजा लग सकता है। 3 मई को खत्म हुए सप्ताह में भारत में हर दिन औसतन 1,926 केस बढ़े। इटली में यह आंकड़ा 1997, यूके में 4840, ब्राजील में 5436 और रूस में 7067 था।

 

 

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