नई दिल्ली। दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी में लगभग 1000 किलोमीटर की दूरी पर अगले 12 घंटे में चक्रवाती तूफान में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है. अगले 24 घंटे में ये एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. इस बीच, पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) भी अलर्ट हो गई है. विशाखापट्टनम में भारतीय नौसेना के जहाज अलर्ट मोड में हैं. वे मेडिकल सर्विस और लोगों की हर प्रकार की मदद के लिए तैनात हैं.
इन जहाजों में अतिरिक्त गोताखोर, डॉक्टर और राहत सामग्री तैयार है. इसमें खाने के सामान, तम्बू, कपड़े, दवाएं, कंबल आदि पर्याप्त मात्रा में शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बचाव और राहत प्रयासों को बढ़ाने के लिए जेमिनी बोट्स और मेडिकल टीमों के साथ बचाव दल भी तैयार हैं. तुफान का असर झारखंड और बिहार में भी हो सकता है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चक्रवाती तूफान की आशंका जताई है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के ऊपर और दक्षिण अंडमान सागर के पास कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, इससे ओडिशा और आस-पास के इलाकों में चक्रवाती तूफान अम्फान (Amphan) की संभावना है.
मौसम विभाग ने कहा कि अगर ये चक्रवाती तूफान के तौर पर विकसित हुआ तो ये 17 मई तक उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा और फिर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान है. इस समय हवा की रफ्तार 55-65 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है, जो बढ़कर 75 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है. तटीय राज्यों में तूफान की वजह से बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने मछुआरों को समंदर किनारे ना जाने की सलाह दी है. साथ ही अंडमान-निकोबार, आइलैंड समेत कई जगहों पर भारी बारिश की भी संभावना जताई गई है.