Patna : बिहार दिवस के अवसर पर 22 से 26 मार्च 2025 तक पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक भव्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस बार का आयोजन पिछले वर्ष की तुलना में 10 गुना बड़े क्षेत्रफल में किया जा रहा है, जिसमें एक लाख 25 हजार वर्ग फीट में विभिन्न गतिविधियाँ और प्रदर्शनी शामिल होंगी। इस वर्ष की थीम “उन्नत बिहार-विकसित बिहार” रखी गई है, और इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया जाएगा।
प्रमुख गतिविधियाँ :
शिक्षा प्रदर्शनी
22 से 24 मार्च तक विभिन्न स्टॉलों पर छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए मॉडल और चित्रकला प्रतियोगिता में पुरस्कृत चित्रों की प्रदर्शनी होगी। इसके साथ ही शिक्षकों द्वारा निर्मित शिक्षण लर्निंग सामग्री (टीएलएम) का प्रदर्शन भी किया जाएगा, जिससे स्थानीय जनसहभागिता को प्रोत्साहित किया जाएगा।
स्वास्थ्य सुविधाएँ
स्वास्थ्य विभाग द्वारा 22 और 23 मार्च को 15 मुफ्त हेल्थ स्टॉल लगाए जाएंगे, जहां शुगर टेस्ट, विशेषज्ञ परामर्श और एचपीवी वैक्सीन की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा, 12 बीमारियों से बचाव हेतु टीकाकरण काउंटर भी स्थापित किए जाएंगे।
पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर
बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए महाबोधि मंदिर, नालंदा विश्वविद्यालय, और विश्व शांति स्तूप जैसी प्रमुख पर्यटन स्थलों की थ्री-डी प्रतिकृतियाँ बनाई जाएंगी। एक पर्यटन सूचना केंद्र भी स्थापित किया जाएगा, जहां निवेश और पर्यटन नीति की जानकारी दी जाएगी।
पारंपरिक उद्योगों का प्रोत्साहन
इस आयोजन में हथकरघा, हस्तशिल्प, चमड़ा, जूट और लाह उद्योगों से जुड़े उत्पादों की प्रदर्शनी होगी, जिससे स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम :
22 मार्च
- गांधी मैदान में मशहूर गायक अभिजीत भट्टाचार्य का कार्यक्रम होगा।
- श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में लोकगीत, भरतनाट्यम और सूफी गायन की प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी।
- रवींद्र भवन में ध्रुपद गायन और नाटक की प्रस्तुति होगी।
23 मार्च
- गांधी मैदान में गायिका रितिका राज और प्रतिभा सिंह बघेल का कार्यक्रम होगा।
- श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में सुगम संगीत और कथक की प्रस्तुतियाँ होंगी।
- रवींद्र भवन में मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
24 मार्च
- गांधी मैदान में पार्श्व गायक सलमान अली का कार्यक्रम होगा।
- श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में भरतनाट्यम, शास्त्रीय संगीत और हास्य कलाकारों की प्रस्तुतियाँ होंगी।
- रवींद्र भवन में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
यह आयोजन न केवल बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करेगा, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी जोड़ने का कार्य करेगा। सभी कार्यक्रम आम जनता के लिए मुफ्त होंगे, जिससे अधिक से अधिक लोग इस महोत्सव का हिस्सा बन सकें।