लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में कहा कि संस्थाएं जनसेवा से चलती हैं, हम सबका कर्तव्य है कि ऐसी संस्थाओं का सहयोग करें।
उन्होंने लखनऊ के मोतीनगर स्थित लीलावती मुंशी निराश्रित बाल गृह में उत्तर प्रदेश बाल कल्याण परिषद एवं नेशनल काउन्सिल आफ विमेन इन इण्डिया द्वारा परिषद की पूर्व अध्यक्ष पद्मश्री स्व. रानी लीला रामकुमार भार्गव के 100वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित वार्षिक उत्सव-2022 में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रानी लीला रामकुमार भार्गव ने समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। बाल कल्याण के क्षेत्र में दिये गये उनके योगदान को सदैव स्मरण रखा जायेगा। इस अवसर पर राज्यपाल ने स्वर्गीय विकास मित्तल की स्मृति में बाल गृह परिसर में निराश्रित बच्चों के लिए नवनिर्मित हाल का उद्घाटन भी किया तथा विकास मित्तल के पिता गोपाल चन्द्र मित्तल को माला पहनाकर सम्मानित किया।
राज्यपाल ने कहा कि समाज के प्रति जागरूकता किसी भी नागरिक का सबसे पहला कर्तव्य है। जरूरतमंदों, समाज और देश के लिए हम क्या कर रहे हैं, इस पर विचार करने की आवश्यकता है। ऐसी संस्थाएं जनसेवा से ही चलती हैं इसलिए हमारा कर्तव्य है कि ऐसी संस्थाओं की सहायता करें। उन्होंने कहा कि लीलावती मुंशी निराश्रित बाल गृह रह रहे बच्चे कला, पेंटिंग इत्यादि में अच्छा कर सकते हैं, उनको प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश बाल कल्याण परिषद की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्था बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अनवरत प्रयासरत है तथा बच्चों को सही मार्गदर्शन प्रदान करने में अपनी सकारात्मक भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों से बिछड़े और किन्ही कारणों से घर से भागे बच्चों को यहां आश्रय मिलता है और सामाजिक सहयोग इन बच्चों के संरक्षण की समुचित व्यवस्थाओं का बहुत बड़ा आधार होता है।
राज्यपाल ने लीलावती मुंशी निराश्रित बाल गृह को और सुविधा सम्पन्न बनाने के लिए संस्था को 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर राज्यपाल ने उत्कृष्ट अन्तःवासियों बच्चों का सम्मान स्कूली बैग, फल एवं मिष्ठान बांटकर किया।
कार्यक्रम में बालगृह की संवासिनियों द्वारा मोहे पनघट पर नन्दलाल, छोड़ गयों रे, नृत्य घर मोहे परदेसिया, आओ प्यारे पिया, महल घर नाचत है गणपति जैसे मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गये। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, पूर्व मंत्री एवं सभापति डॉ. एस.एस. डंग, परिषद की महासचिव रीता सिंह, ज्योति कौल सहित परिषद के अन्य पदाधिकारी एवं बच्चे उपस्थित रहे।