Latehar : हुकूमत की जंग और लेवी के पैसों में गोलमाल का नतीजा है माओवादी रिजनल कमांडर छोटू खरवार का मर्डर। 18 लाख के इनामी नक्सली छोटू खेरवार को उसके ही साथी नक्सलियों ने गोली से भूनकर मौत के घाट उतार दिया था। वारदात को बीते 25 नवंबर की रात अंजाम दिया गया था। वहीं, छोटू खेरवार की डेड बॉडी दो रोज बाद यानी 27 नवंबर को पुलिस को मिली थी। इस हत्याकांड में शामिल चार नक्सलियों पूरन परहिया, बिनेश्‍वर भुईयां, नूर मोहम्‍मद और बालकेश भुईयां को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, उनकी निशानदेही पर 47 जिंदा गोलियां और AK-47 सहित कई सामान बरामद किये हैं। इस बात का खुलासा आज लातेहार के पुलिस कप्तान कुमार गौरव ने किया है।

SP ने मीडिया को बताया कि उन्हें इंफॉर्मेशन मिली थी कि 14 जांबाज जवानों को मौत के घाट उतारने वाले माओवादी छोटू खेरवार को टपकाने वाला नक्सली पूरन परहिया अपने गांव नावाडीह के चकलवा टोला आया हुआ है। पूरन परहिया की मु़ड़ी पर भी 15 लाख रुपये का इनाम है। मिले इंफॉर्मेशन को SP कुमार गौरव ने काफी गंभीरता से लिया बिना देर किये बरवाडीह SDPO भरत राम की देखरेख में टीम गठित की और नक्सली पूरन परहिया को दबोचने का टास्क दिया। टीम ने बताये गये ठिकाने पर रेड मारी और पूरन परहिया को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उसकी निशानदेही पर बिनेश्‍वर भुईयां, नूर मोहम्‍मद और बालकेश भुईयां को भी पुलिस ने उठा लिया। सभी नावाडीह, छिपादोहर के रहने वाले हैं। गिरफ्तार नक्सलियों के पास से पुलिस ने 47 जिंदा गोलियां और एक AK-47 सहित कई सामान जब्त किये हैं।

SP ने मीडिया को बताया कि गुजरे 25 नवंबर की रात खाने-पीने के दरन्यान मृत्युंजय और छोटू के बीच लफड़ा हो गया। दोनों शख्स इलाके में अपना हुकूमत कायम करना चाहते थे। वहीं, लेवी के पैसों को लेकर भी दोनों में टसल चल रहा था। तूतू-मैंमैं से शुरू हुई बात अचानक बिगड़ गयी। मारधाड़ भी हुआ, वहीं स्पॉट पर बैठे पुरन और उसके साथी ने छोटू खेरवार को गोली मारी दी। मौके पर ही छोटू खेरवार ने दम तोड़ दिया। वहीं, 26 नवंबर को भोरे भोर ढोढा में गड्डा खोदकर छोटू की लाश को दफन कर दिया गया था। इसके बाद 27 नवंबर को लाश को गड्डे से निकलवाकर छापर अम्बाटीकर जाने वाले रास्ते में फेंकवा दिया। 27 नवंबर को पुलिस ने ग्रामीणों से मिली सूचना के बाद उसके शव को बरामद किया था।

इन नक्सलियों को दबोचने में बरवाडीह SDPO भरत राम, छिपादोहर थानेदार धीरज कुमार सिंह, बरवाडीह थानेदार राधेश्याम कुमार, सब इंस्पेक्टर रितेश कुमार, ASI राजेश कुमार औऱ सरोज कुमार दास की सराहनीय भूमिका रही।

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