यह मामला कानपुर के बिल्हौर का बताया जा रहा है जहाँ एक  मासूम बच्ची रविवार को बेर तोड़ने के लिए सत्यम नामक व्यक्ति  के बगीचे में चली गई थी सत्यम इससे इतना नाराज हुआ कि उसने पहले मासूम को मारा फिर गहरे कुएं में फेंक दिया इतना ही नहीं उसने कुएं के ऊपर लकड़ी का पटरा रखकर उसको ढक भी दिया यही नहीं, आरोपी सत्यम इतना चालाक निकला कि वह बच्ची को फेंकने के बाद पुलिस और घरवालों के साथ बच्ची को खोजने में लगा रहा| दो दिन तक पुलिस ने गांव के घर-घर की तलाशी ली| 2 दिन तक बच्ची भूखी प्यासी गहरे कुएं में तड़पती रही ये कुआ कई सालों से सूखा था इसलिए किसी को शक भी नहीं हुआ| 2 दिन तक बच्ची नहीं मिली तो मंगलवार को पुलिस की निगाह कुएं पर गई एक पुलिसकर्मी ने कुएं का पटरा हटाकर एक कंकण फेंका तो नीचे से बच्ची के रोने की आवाज आई बस इसके बाद तुरंत एक सिपाही ने कुएं में नीचे जाकर रस्सी से बच्ची को बाहर निकाला  इस दौरान काफी लोग मौजूद थे.

जहां लगभग 20 फीट गहरे अंधेरे कुएं में मासूम दो दिन तक रोती, चिल्लाती पड़ी रही उसे भूख भी लगी होगी और प्यास भी लगी होगी लेकिन उसे कोई न सुनने वाला था, न ही मासूम की आवाज दूर तक पहुंच रही थी इस दर्दनाक एहसास में बच्ची दो दिन तक बिलखती रही.
कुएं में फेंकने से उसके हाथ पैरों में चोट लगी थी इसलिए उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने आरोपी सत्यम के खिलाफ 307 के साथ पॉक्सो का केस भी दर्ज किया है. साथ ही सत्यम को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले में सबसे दर्दनाक पहलू ये है कि मासूम बच्ची दो दिन तक रात दिन कुएं में अकेले रोती-चिल्लाती रही लोगों का कहना है कि इस दौरान वह किस दौर से गुजरी होगी इसका एहसास करके रूह कांप जाती है वहीं, पुलिस ने पॉक्सो में केस दर्ज करके छेड़छाड़ की संभावना पर भी जांच शुरू की है हालांकि, बच्ची ने इसका आरोप नहीं लगाया है लेकिन सत्यम की गांव में छवि अच्छी नहीं है इसलिए इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है|

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