लखनऊ. वैसे तो मौजूदा समय में चिकित्सा विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली है, लेकिन कभी-कभी उसके सामने भी ऐसी चुनौतियां भी आ जाती हैं कि चिकित्सक भी एकबारगी सदमे में आ जाएं. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में डॉक्टरों के सामने कुछ ऐसी ही स्थिति सामने आ गई. यहां डेढ़ साल के एक बच्चे ने 65 मोतियों की माला निगल ली. घरवालों के सामने बड़ी समस्या यह थी कि आखिर यह माला निकले तो निकले कैसे. घरवाले भागे-भागे पहुंचे राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित ACADIS हॉस्पिटल. यहां के चिकित्सकों की टीम ने 5 घंटे की लंबी मशक्कत कर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.

लखनऊ में डेढ़ साल के बच्चे ने जब 65 मोतियों की माला निगल ली तो घर वाले हैरान-परेशान हो गए. अस्पताल में चिकित्सकों से जब परिजनों ने संपर्क किया तो शुरुआती जांच में डॉक्टर भी अचंभित रह गए. इस जटिल ऑपरेशन को करने वाली टीम में शामिल बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सायमा खान कहती हैं कि बच्चा जब हमारे पास आया तो लगातार रो रहा था और उल्टियां हो रही थीं. जांच रिपोर्ट देखकर हमलोग हैरान रह गए. हमें पेट में मोतियों की माला नजर आ रही थी. पर हम केस को जितना आसान समझते थे, वास्तव में वह इतना आसान नहीं था. दरअसल, मोतियों की माला में चुंबक के गुण थे और एक-एक मोती निकाल पाना बहुत ही जटिल था. पर आखिरकार हमने और पूरी टीम ने इसे कर दिखाया.

ऑपरेशन करने वाली टीम के सर्जन डॉक्टर सुनील कनौजिया ने इस बारे में कहा कि जब हमने बच्चे के पेट में चीरा लगाया गया तो उसमें ऑपरेशन वाले उपकरण चिपकने लगे. हमें ऐसा लगा कि अंदर चुंबक जैसी कोई चीज है जो लगातार हमारे उपकरण चिपका रही है. फिर लोहे के उपकरण से मोतियों की खोज शुरू की. छोटी आंत और पेट के पीछले हिस्से में एक सूराख हो गया था. 5 घंटे चले ऑपरेशन के बाद सभी चुंबक के मोतियों को निकालने में कामयाबी मिली. ऑपेरेशन करने वाले डॉक्टरों का दावा है कि बच्चा अब पूरी तरह से सेहतमंद है और उसके शरीर से सभी 65 मोतियों की माला निकाल ली गई है. छोटी आंत में आए जख्म को भरने के लिए दवा दे दी गई है. बेहद जटिल इस ऑपरेशन में शामिल डॉक्टरों ने इसका पूरा श्रेय अपनी टीम को दिया है.

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