फरीदाबाद। फरीदाबाद की पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में इन लोगों ने स्वीकार किया है कि 3 जुलाई को पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद विकास दुबे दो दिन तक कानपुर के शिवली में ही था। बाद में वह फरादीबाद आ गया और अपनी भाभी की मौसी के घर पर पनाह ली थी। बाद में वह यहां से भी फरार हो गया।
फरीदाबाद पुलिस ने बताया कि विकास दुबे के मुख्य साथी के अलावा दो अन्य आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया है। विकास के खास गुर्गे कार्तिकेय उर्फ प्रभात ने खुद को पुलिस से घिरा पाकर पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। उसके पास से चार पिस्टल और 44 राउंड जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
क्राइम ब्रांच ने घेराबंदी करके तीनों को पकड़ा
फरीदाबाद पुलिस ने बताया, ‘7 जुलाई को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि विकास दुबे के कुछ सहयोगी हथियार सहित न्यू इंदिरा नगर कॉम्प्लेक्स हरि नगर नहर पार एरिया में छिपे हुए हैं। डीसीपी क्राइम मकसूद अहमद की देखरेख में एसीपी क्राइम अनिल यादन ने क्राइम ब्रांच की टीमों के साथ छापेमारी की। अचानक बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की और भागने की कोशिश की। पुलिस ने घेराबंदी करके कार्तिकेय उर्फ प्रभात, अंकुर और उसके पिता श्रवण को गिरफ्तार कर लिया।’