रांची। झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एम तौसीफ ने कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार के कार्यकाल में माइनिंग क्षेत्र कोयला, पत्थर, बालू और जमीन की खूब बंदरबांट हुई है। वह आज भी भाजपा के नेताओं को याद आती है कि उसके नेता एवं कार्यकर्ता इस क्षेत्र में कैसे लाभान्वित होते थे। तौसीफ ने बुधवार को कहा कि सरकार बदलते ही अवैध तरीके से किये जाने वाले कार्य को रोक लगा दिया गया। इससे भाजपा के नेताओं में खलबली मची हुई है।
तौसीफ ने कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार ने अपने पूंजीपति दोस्तों को झारखंड की संपदा उनके हवाले कर दिया। गैरमजरूआ जमीन के नाम पर लैंड बैंक बनाकर हजारों हेक्टेयर भूमि कई पूंजीपति घरानों को दे दिया गया। रघुवर सरकार में कई जमीन घोटाले हुए हैं। उसी कड़ी में पूर्व डीजीपी डीके पांडेय भी संलिप्त हैं। जिन्होंने डीजीपी रहते हुए गैरमजरूआ जमीन अपनी पत्नी के नाम बंदोबस्त करवाया था, जो जांच के क्रम में अवैध पाया गया।
उन्होंने कहा कि डीके पांडेय भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व एवं रघुवर दास के चहेते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के समय केवल बुंडू प्रखंड में संपूर्ण एक मौजा लगभग 1450 एकड़ से ज्यादा जमीन की लूट हुई है। भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे अपनी और अपनी पार्टी के करतूतों को छिपाने के लिए अनर्गल बयानबाजी करने के लिए जाने जाते हैं। पहले उन्हें अपने और अपनी पार्टी के गिरेबां में झांकना चाहिए। जिसके घर शीशे के हों उसे दूसरे के घर पर पत्थर फेंकने से बचना चाहिए। तौसीफ ने गठबंधन सरकार की तारीफ करते हुए कहा है कि सरकार सभी वर्गों के लोगों का ख्याल रख रही है। हर गरीब को फूड सिक्योरिटी एक्ट के मुताबिक भोजन देना एवं मनरेगा एक्ट के मुताबिक मजदूरों को काम देने का काम कर रही है। राज्य के जितने भी मजदूर हैं वह सभी को मनरेगा के माध्यम से काम देने का काम शुरू हो चुका है। उनको किसी तरह की दिक्कतों से दो-चार ना होना पड़े इसका ख्याल राज्य सरकार रख रही है।